केमिकल युक्त हेयर केयर प्रोडक्ट्स, हीट स्टाइलिंग, हेयर ट्रीटमेंट और प्रदूषण के कारण बालों की समस्या शुरू हो जाती है। इसके साथ ही आपकी बुरी हेयर केयर आदतों के कारण यह समस्या और बढ़ जाती है, इसके कारण आपके बाल कमज़ोर, बेजान और डैमेज होने लगते हैं। ऐसे में बालों को फिर से पोषण देने और उनका खयाल रखने के लिए और उन्हें दोबारा स्वस्थ बनाने के लिए बेहद जरूरी है कि अपने हेयर प्रोडक्ट्स को पूरी तरह केमिकल फ्री कर दिया जाए और इसके लिए आयुर्वेद से बेहतर कुछ और हो ही नहीं सकता। आयुर्वेद में इन सारी परेशानियों के हल छुपे हुए हैं।
ऐसी कई प्राकृतिक चीज़ें हैं, जो आयुर्वेद में उपलब्ध हैं, जिनसे आप अपने बालों की सेहत बना सकते हैं। तो आइए जानते हैं कौनसे हैं वो इंग्रेडिएंट्स जो बालों को खूबसूरत और स्वस्थ बना सकते हैं।
1.आंवला

विटामिन सी से युक्त आंवला सेहत से भरपूर होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आंवला को लगाने से बाल मज़बूत होते हैं और घने होते हैं। स्कैल्प में अगर आंवला युक्त ऑयल लगाया जाए या फिर उससे मसाज किया जाए तो इससे बाल काले होते हैं, समय से पहले बालों का सफ़ेद होना भी रुक जाता है, इसके अलावा ब्लड सर्कुलेशन भी अच्छा हो जाता है, जिससे बालों के विकास में वृद्धि होती है। आंवला में मौजूद आवश्यक फैटी एसिड्स और एंटी ऑक्सीडेंट्स बालों के टेक्सचर को बहुत अच्छा और शानदार बनाता है।
2.भृंगराज

आयुर्वेद में बालों के लिए भृंगराज सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाली सामग्री है। बालों की जड़ों में अगर लगातार इससे मसाज किया जाए तो बालों का तेजी से विकास होता है और बाल घने होते जाते हैं। ऐसी महिलाएं, जो बालों के गिरने से या लगातार बालों के पतले होने से परेशान रहती हैं या फिर जिनके बाल बेजान और डैमेज हो चुके होते हैं, उन्हें इसका उपयोग करना चाहिए। इसे लगाने से जड़ों के साथ साथ बालों के सिरे भी मजबूत होते हैं।
3. नीम

आयुर्वेद में नीम को हर परेशानी का हल माना जाता है। इसके कड़वे पत्तों में बालों की हर परेशानियों का हल छुपा रहता है, इसलिए नीम को कई तरह के हेयर ऑयल और शैम्पू में इस्तेमाल किया जाता है। इसमें मौजूद एंटी माइक्रोबियल गुण से रूसी खत्म होती है, बालों का गिरना बंद होता है, साथ ही रूखे बाल भी इससे अच्छे हो जाते हैं।
4. रोजमैरी

आयुर्वेद में शामिल होने वाले आवश्यक ऑयल में हाल में ही रोजमेरी एसेंशियल ऑयल ने लोकप्रियता हासिल की है। आयुर्वेद में यह कई सालों से काफी लोकप्रिय रहा है। कई सदियों से इसका इस्तेमाल हो रहा है। इसमें मौजूद, एंटी इन्फ्लेमेटरी कार्नोसोल, हार्मोन्स को बैलेंस करता है और इससे बालों के विकास में वृद्धि होती है।
5.सीसम

सीसम पोषक तत्वों से युक्त होता है। सीसम तेल में एंटी बैक्टीरियल, एंटी वायरल और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। यही वजह है कि यह बालों को अच्छी तरह से पोषण देता है और दिमाग को सुकून पहुंचाता है। क्या आप जानते हैं, 90 प्रतिशत आयुर्वेदिक चिकित्सा में सीसम ऑयल बेस के रूप में इस्तेमाल होता है? यह बालों की प्राकृतिक चमक को लौटाता है और बालों की सेहत बनाता है।
अगर आप अपना ऑयल बदलना चाहते हैं और अपने बालों के टेक्सचर को सुधारना चाहते हैं तो Lever Ayush Ayurvedic Bhringaraj Hair Oil एक शानदार ऑयल है, जिसमें ऊपर बताई गईं वे सारी चीज़ें इसमें मौजूद हैं, जो बालों की सेहत के लिए बेहद ज़रूरी होते हैं।
Written by Suman Sharma on Nov 29, 2020