क्या आप के साथ भी ऐसा ही होता है: आपने नया फ़ाउंडेशन ख़रीदा, उसे अप्लाइ किया और काम पर निकल गईं. चार घंटे बाद... आपका चेहरा फीका नज़र आ रहा था, यूं लग रहा था जैसे फ़ाउंडेशन आपकी त्वचा में अच्छी तरह ब्लेंड ही नहीं हुआ. और फिर आप यह सोचकर दुखी हो होती रहीं कि जो फ़ाउंडेशन स्टोर पर आपकी त्वचा के लिए बिल्कुल सही नज़र आ रहा था, वह ऐसे नतीजे कैसे दे सकता है?

तो हम बताते हैं कि फ़ाउंडेशन ऐसा ब्यूटी प्रोडक्ट नहीं है, जिसका एक शेड सभी पर अच्छा लगे. इसका सही टोन, अंडर टोन और फिर इसकी सही फ़िनिश का चुनाव करना कॉलेज की कोई डिग्री पाने से भी कठिन काम है! फ़ाउंडेशन आपके चेहरे पर अच्छा नहीं लग रहा है तो इसके कई कारण हो सकते हैं. हम आपको इन्हीं कारणों के बारे में बता रहे हैं और यह भी बता रहे हैं कि जब आपको यह लगता है कि आपने सबकुछ अच्छी तरह से किया है, तब भी फ़ाउंडेशन ग़लत कैसे हो जाता है. और फिर इसे सुधारा कैसे जा सकता है...
 

फ़ाउंडेशन ऑक्सिडाइज़ होता है

फ़ाउंडेशन ऑक्सिडाइज़ होता है

आपने सारे नियमों का पालन किया. फ़ाउंडेशन को दिन के स्वाभाविक प्रकाश में अपनी जॉलाइन पर परखने के बाद ख़रीदा, पर फिर भी इसे लगाने के कुछ ही घंटों के बाद ये चेहरे पर ऐसा नज़र आने लगता है, जैसे आपको फ़ाउंडेशन ख़रीदते समय ध्यान रखी जानेवाली बातों की कोई जानकारी ही नहीं है... तो यह बात ध्यान रखिए कि फ़ॉउंडेशन ऑक्सिडाइज़ होते हैं. ये बॉटल में किसी अलग ही रंग के नज़र आते हैं, पर त्वचा पर लगने के बाद आपकी त्वचा पर मौजूद ऑयल के साथ मिलने पर इनका रंग अलग ही दिखाई देता है और ये आपकी त्वचा के पीएच के साथ प्रतिक्रिया भी करते हैं.

इस स्थिति से किस तरह निपटें?

स्टोर में जाकर फ़ाउंडेशन लगाकर टेस्ट करने के बाद बाहर आ जाएं. अपनी दोस्त के साथ ब्रंच के मज़ें लें और कुछ घंटों बाद इसके प्रभाव को आंकें. यदि यह आपके चेहरे के साथ ब्लेंड हो गया है तो आपको ढेर सारी बधाई, क्योंकि आपको ‘सही’ फ़ाउंडेशन मिल गया है! हमेशा फ़ाउंडेशन को अपने चेहरे पर सेटल होने के लिए कुछ वक़्त देकर परखें और फिर ख़रीदें.

 

आपने इसे ऑनलाइन मैच किया था, फिर भी...

आपने इसे ऑनलाइन मैच किया था, फिर भी...

हमारे साथ यह बात दोहराइए: ऑनलाइन मैच करना कभी भी कारगर साबित नहीं होता. चाहे आप डिजिटल कलर मैचिंग तकनीक का ही उपयोग क्यों न कर रही हों. इसे केवल त्वचा पर लगाने के बाद ही यह मापा जा सकता है कि यह आपकी त्वचा पर कितनी अच्छी तरह ब्लेंड होता है. फ़ोटो में यह कितना भी सही क्यों न दिखता हो, अप्लाइ करने के बाद यह बहुत ही अलग भी दिख सकता है. ऑनलाइन तो आप इसे अनुमान के आधार पर ही ख़रीदेंगी इसलिए यह इसे चेहरे पर ट्राय करके देखने जितना सही कभी साबित नहीं हो सकता.

इस स्थिति से किस तरह निपटें?

यदि फ़ाउंडेशन को ऑनलाइन ख़रीदना ज़रूरी ही हो तो आप इसके सैंपल को घर भिजवाने की मांग करें और इसे कुछ दिनों तक ट्राय करके देखने के बाद यदि यह आपके चेहर के उपयुक्त हो तो इसे ख़रीद लें. इस बात का ज़रूर ध्यान रखें कि जब आप फ़ाउंडेशन लगाएं, तब चेहरे पर कुछ और न लगाया हो, तभी आपको यह समझ में आएगा कि इसके अंडरटोन्स आपके लिए सही हैं या नहीं.

 

आपने सही तरीक़े से मैच किया, फिर भी यह चेहरे पर असमान प्रभाव छोड़ता है

आपने सही तरीक़े से मैच किया, फिर भी यह चेहरे पर असमान प्रभाव छोड़ता है

यदि फ़ाउंडेशन अप्लाइ करने से पहले त्वचा को इसके लिए तैयार नहीं करेंगी तो यह पैची नज़र आएगा. डेड स्किन सेल्स और ड्राइ स्किन फ़ाउंडेशन के लिए बुरा बेस होते हैं, क्योंकि फ़ाउंडेशन रूखी त्वचा की पपड़ियों में चिपक जाता है और समस्याग्रस्त हिस्से को अच्छा दिखाने की बजाय उन्हें हाइलाइट करने लगता है.

इस स्थिति से किस तरह निपटें?

अपनी त्वचा को नियमित रूप से एक्स्फ़ॉलिएट करें, क्योंकि यदि आप ऐसा नहीं करेंगी तो रोमछिद्र बंद ही रहेंगे और मॉइस्चराइज़र लगाने के बावजूद उसका आपके चेहरे पर कोई असर दिखाई ही नहीं देगा. अत: सप्ताह में एक या दो बार एक्स्फ़ॉलिएट ज़रूर करें. साथ ही, फ़ाउंडेशन लगाने से पहले प्राइमर लगाने से भी बहुत फ़र्क़ पड़ेगा. यह आपकी त्वचा को एक समान बेस देता है, जिस पर फ़ाउंडेशन न सिर्फ़ अच्छी तरह फैलता है, बल्कि लंबे समय तक टिकता भी है. फ़ाउंडेशन की गाढ़ी पर्त लगाने की भूल न करें. इसकी पतली पर्त लगाएं, ताकि स्वाभाविक लुक मिले और आपका इस बात पर नियंत्रण रहे कि जहां एक समान दिखाने के लिए इसे और अप्लाइ करना हो, वहां आप अप्लाइ कर सकें.