झुर्रियां और फाइन लाइंस सबूत है इस बात का कि धीरे-धीरे हमारी उम्र बढ़ रही है। हमारी स्किन हमें इस बात का संकेत तो दे देती है, लेकिन हम सचेत नहीं होते हैं। जबकि सच बताएं तो झुर्रियों के आने की प्रक्रिया को धीमा करना इतना आसान है कि हम सोच भी नहीं सकते। तो यहाँ हम आपको बता रहे हैं, वो कारण जिससे झुर्रियां व फाइन लाइंस होती हैं वो भी समय से पहले। अपनी इन गलती को आप कैसे सुधार सकते हैं, आइए जानते हैं।

 

01. पेट के बाल सोना

01. पेट के बाल सोना

जब आप पेट के बाल सोते हैं, तो आपका चेहरा तकिये पर होता है और आपके सिर का वज़न लगातार आपकी स्किन पर पड़ता है व एक दबाव-सा बनाता है और ‘स्लीप मार्क्स’ बना देता है। धीरे-धीरे समय के साथ यह क्रीज़ एक परमानेंट रिंकल यानी झुर्री के रूप में बन जाती है। इसके अलावा पेट के बाल सोने से अतिरिक्त फ्लूइड रिटेन्शन होता है, जिससे सुबह-सुबह आपकी आँखें सूजी हुई लगती हैं। इसके अलावा बेहतर होगा कि आप सिल्क के तकिये का कवर इस्तेमाल करें, ताकि आपके चेहरा तकिये पर रगड़ न खाए। बेहतर होगा कि आप पीठ के बल सोना शुरू करें।

 

02. आंखों को रगड़ना

02. आंखों को रगड़ना

दिनभर की थकान के बाद जब आपको नींद आ रही होती है और आप आंखों को अपनी उंगलियों से रगड़ते हैं, तो यहीं आप गलत करते हैं। आपको ऐसा करने से बचना चाहिए। आपकी आंखों के आस-पास की स्किन बहुत नाजुक होती है, ऐसे में लगातार स्किन खींचने या रगड़ने से आपकी स्किन के कॉलेजन टूट सकते हैं और स्किन लटकती हुई, ढीली लगने लगती है और इस पर झुर्रियों नज़र आने लगती है।

 

03. एंटी एजिंग प्रोडक्ट्स न लगाना

03. एंटी एजिंग प्रोडक्ट्स न लगाना

हममें से अधिकतर लोगों का सोचना है को जब तक स्किन पर एजिंग का साइन न नज़र आए, एंटी एजिंग प्रोडक्ट्स क्यों लगाना। उस समस्या से क्या लड़ना, जो नज़र ही नहीं आ रही है। बिल्कुल गलत। स्किन पर उम्र बढ़ने के संकेत नज़र आने से पहले एंटी एजिंग लगाने से आप उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा कर सकते हैं। तो 20 की उम्र से ही एक अच्छे पेप्टाइड और विटामिन ए स्किनकेयर प्रोडक्ट्स में इन्वेस्ट करें, ताकि समय से पहले आप स्किन बूढ़ी न लगे।

 

04. खराब लाइफस्टाइल

04. खराब लाइफस्टाइल

आंखों व होंठों के आस-पास झुर्रियां आने का एक बहुत बड़ा कारण है धूम्रपान करना। ज्यादा ड्रिंक करने से भी शरीर में डीहाएड्रेशन हो जाता है और इससे आपकी बॉडी में विटामिन ए का लेवल पर खराब असर पड़ता है। विटामिन ए एक बहुत महत्वपूर्ण एंटीऑक्सीडेंट जो स्किन सेल्स और कॉलेजन के पुनर्निर्माण का काम करता है। इसके अलावा आपको जंक फूड और शक्कर भी अवॉइड करना चाहिए, क्योंकि इससे पफीनेस हो सकती है और धीरे-धीरे स्किन की इलास्टिसिटी कम होने लगती है। बल्कि इनकी जगह आप फल, नट्स और योगर्ट खाएं। दूसरा कारण है स्ट्रॉ का इस्तेमाल। जैसे ही आप स्ट्रॉ से पीने के लिए अपने होंठों को सिकोड़ते हैं, तो इससे आपके होंठों के आस-पास झुर्रियां आने लगती हैं।

 

05. खराब स्किनकेयर हैबिट्स

05. खराब स्किनकेयर हैबिट्स

स्किन पर फाइन लाइंस और झुर्रियां न आए, इसके लिए बहुत जरूरी है कि आप अपनी स्किन को समझें। आप नियमित रूप से एक्सफोलिएशन रूटीन अपनाएं, ताकि डेड स्किन सेल्स और स्किन पर जमी गंदगी आदि से छुटकारा मिले, जो आपकी स्किन को डल बना देती है। हममें से अधिकतर लोग एंटी एजिंग प्रोडक्ट्स और सीरम को चेहरे पर तो लगाते हैं लेकिन गर्दन, छाती और हाथों को भूल जाते हैं। इससे आपका चेहरा, हाथ व गर्दन की तुलना में ज्यादा जवां नज़र आता है। अब ये तो आप कतई नहीं चाहेंगी। है न? अगली बात ध्यान रखने वाली यह है कि आप स्किन पर आए पिम्पल से बिल्कुल छेड़-छाड़ न करें। इस नोचने या कुरेदने से बैक्टीरिया स्किन के अंदर तक जा सकते हैं, जिससे जलन बढ़ सकती है और यहां तक कि झुर्रियां भी आ सकती हैं। सबसे अंत में, सनस्क्रीन लगाना न भूलें। घर से बाहर निकलने से पहले सनस्क्रीन जरूर लगाएं और हर कुछ घंटे में इसे फिर से चेहरे, गर्दन व हाथों पर लगाएं।