क्लीयर और ग्लोइंग स्किन भला कौन नहीं चाहता, लेकिन यह तभी संभव है, जब आप उसका खयाल रख सकें। हम सब की त्वचा की रंगत अलग है, टाइप अलग है, इसलिए मेकअप प्रोडक्ट्स और स्किन केयर ट्रीटमेंट भी अलग होते हैं। यहां आपको ज़रूरत होती है कि आप अपने स्किन डॉक्टर से मिलें और जानें कि आपको किस तरह के मेकअप प्रोडक्ट्स की ज़रूरत है। हम आपकी मुश्किल को थोड़ा आसान कर देते हैं और बताते हैं कि वो कौनसी बातें हैं, जो आपको अपने डर्मेटोलोजिस्ट से पूछनी चाहिए।

अपने डर्मेटोलॉजिस्ट से पूछें त्वचा संबंधी ये 6 सवाल

“मेरा स्किन टाइप क्या है?”


यह सबसे बेसिक सवाल है, जो आपको अपने डर्मेटोलोजिस्ट से पूछना चाहिए, क्योंकि आपके लिए सबसे ज़रूरी है यह जानना कि आखिर आपका स्किन टाइप क्या है और इसकी ज़रूरत क्या है, ताकि उसके अनुसार आप आप अपनी स्किन का खयाल रख सकें।

"मेरी स्किन पर सबसे ज़्यादा किस चीज़ का असर होता है, डायट, मौसम, किसी चीज़ की कमी का या फिर हार्मोन्स का? इसे कम करने के लिए मैं क्या करूं?"


आपकी स्किन को प्रभावित करने वाले फैक्टर्स तो कई हैं, लेकिन यह जानना कि कौनसा कारक आपकी स्किन को सबसे ज़्यादा प्रभावित कर रहा है, आपके लिए मायने रखता है। आपकी स्किन प्रॉबलम चाहे स्कार्स, एक्ने या डार्क स्पोट्स से जुड़ी हो, लेकिन इसके बारे में जानना कि ऐसा क्यों है, आपको अपने स्किन केयर रूटीन को बेहतर बनाने में मदद करेगा।  
"मेरी स्किन टाइप पर किस तरह की डायट सूट करेगी?"


उदाहरण के तौर पर, यदि आपको फोरहेड एक्ने की समस्या है, तो इसका कारण हो सकता है आपका डिहायड्रेशन और असंतुलित आहार। बहुत सारी स्किन प्रोब्लम्स को सिर्फ अपनी डायट में थोड़ा-सा बदलाव करके ट्रीट किया जा सकता है। आपको ज़रूरत है बस, ये जानने कि क्या आपको सूट करता है और क्या नहीं।

 "सूर्य की किरणें मेरी स्किन को किस तरह प्रभावित कर रही हैं और मुझे कौनसा एसपीएफ यूज़ करना चाहिए?"


सूर्य की नुकसानदायक किरणों का असर भी हर टाइप की स्किन पर अलग-अलग होता है। इसके अलावा धूप से त्वचा पर दाग-धब्बे पड़ जाते हैं और अन्य कई समस्या हो जाती है, जिसके लिए आपको ज़रूरत होती है एक डर्मेटोलोजिस्ट की, जो इसका हल दे सके।
“क्या मेरी स्किन को अलग से किसी तरह के पोषण या सप्लिमेंट्स की ज़रूरत है?”
कई स्किन प्रोब्लम्स का कारण हमारे खाने से जुड़ा होता है, ऐसे में कुछ विशेष तरह के पोषक तत्वों को अपने भोजन में शामिल करके इससे निजात पा सकते हैं। उदाहरण के लिए, कुछ ऐसी चीज़ें हैं, जिसे खाने से आपका इंसुलिन का स्तर बढ़ सकता है, जिससे क्लोग्ड पोर्स और एक्ने की समस्या हो सकती है। वहीं, दूसरी तरफ बेरीज़ जैसे फल फाइबर से भरपूर होते हैं और इसमें स्किन को क्लीयर करने वाले एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो इंसुलिन प्रोडक्शन को कंट्रोल करते हैं, जिससे आपकी स्किन क्लीयर रहती है।

"मेरी स्किन की ज़रूरत के अनुसार मेरा स्किन केयर रूटीन कैसा हो?"


स्किन केयर की ज़रूरत आपको हमेशा होती है। किसी भी डर्मेटोलोजिस्ट से अपनी लाइफस्टाइल, डायट और प्रोडक्ट में बदलाव करने की सलाह लेना बिल्कुल उचित है। इससे आपको अपनी स्किन के अनुसार स्किन केयर प्रोडक्ट रेजिम मिल जाते हैं और आप यह भी जान पाते हैं कि आपके लिए क्या सूटेबल है, क्या नहीं।