जानें क्यों जरूरी है विटामिन सी सीरम लगाना

Written by Suman Sharma7th Feb 2022
जानें क्यों जरूरी है विटामिन सी सीरम लगाना

हम सभी ने विटामिन सी सीरम के बार में सुना हुआ है कि यह किस तरह स्किन के लिए फायदेमंद है और एजिंग को दूर करने में कितना फायदेमंद है। विटामिन-सी युक्त सीरम भला क्या नहीं कर सकता? स्किन को ब्राइट करने और हायड्रेट करने से लेकर हाइपरपिगमेंटेशन व एजिंग साइन तक को कम करने का काम यह करता है। हम सभी विटामिन सी के फायदे से बखूबी वाकिफ हैं। हाल ही में हमें एक विटामिन सी सीरम के बारे में पता चला है, आइए जानते हैं इसके बारे में।
 
हम  Lakmé 9to5 Vitamin C+ Facial Serum. की तारीफ करते नहीं थकते। यह सुपरफ़ूड ककाडु प्लम से भरपूर है जो कि विटामिन सी का सबसे बड़ा स्रोत है। यह लाइटवेट सीरम स्किन के डलनेस, एजिंग, सूर्य के कारण डैमेज हुई स्किन और प्रदूषण से प्रभावित स्किन को ठीक करता है। यह एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर है और इसमें संतरे की तुलना में विटामिन सी की मात्रा 100 गुना है। आप इसे अपने साथ कहीं भी ले जा सकते हैं। अब और क्या चाहिए?

आइए, जानते हैं कि क्यों आपको विटामिन सी सीरम का इस्तेमाल करना चाहिए।

 

 

01. एंटी एजिंग हीरो

05. हाइपरपिगमेंटेशन से निपटता है

विटामिन सी एक एंटीऑक्सीडेंट है और यह स्किन को फ्री रेडिकल्स से बचाता है। ये रेडिकल्स ही सेल्यूलर डैमेज का कारण होते हैं, जिससे आगे चलकर उम्र बढ़ने के लक्षण, जैसे- फाइन लाइंस, रिंकल्स, डलनेस व ढीली त्वचा आदि स्किन पर नज़र आने लगती है।

 

02. कॉलेजन प्रोडक्शन को बढ़ाता है

05. हाइपरपिगमेंटेशन से निपटता है

शक्तिशाली इनग्रेडिएंट्स से बना यह सीरम कॉलेजन के प्रोडक्शन को बढ़ावा देता है। यह कॉलेजन इलास्टिसिटी को मेंटेंन करता है और स्किन में कसाव लाता है। इसके अलावा रिंकल्स, फाइन लाइंस, ढीली स्किन, डार्क सर्कल्स, दाग-धब्बे और रफ टेक्सचर से भी निपटता है। अब ज़ाहिर है इतनी समस्यों से निपटने के बाद आपकी स्किन नज़र आएगी एकदम ब्राइट।

 

03. कोई साइड इफेक्ट नहीं

05. हाइपरपिगमेंटेशन से निपटता है

विटामिन सी सीरम एक ऐसा इनग्रेडिएंट है, जिसके कोई भी साइड इफेक्ट अब तक किसी में देखने को नहीं मिला है। यह बहुत ही सुरक्षित है, जो साइंस भी प्रूव कर चुका है। बल्कि इसका फायदा यह है कि यह हर तरह की स्किन के लिए बहुत फायदेमंद है और सबके लिए उपयुक्त है। हाँ, कभी-कभार थोड़ी चुभन, रेडनेस और ड्रायनेस देखने में आ सकती है, लेकिन वो भी यदि किसी की स्किन सेंसिटिव या हाईपर सेंसिटिव हो तो ही। यह अन्य एक्टिव्ज़ जैसे- रेटिनोल, एएचए और एसपीएफ के साथ अच्छी तरह कोंपलिमेंट करता है। यानी आपको इस बात की फिक्र करने की जरूरत नहीं है कि ये इन एक्टिव्ज़ के साथ मिलकर कैसे रिएक्ट करेंगे।

 

04. एंटी-इंफ्लेमेट्री गुण

05. हाइपरपिगमेंटेशन से निपटता है

चूंकि यह एक एंटीऑक्सीडेंट है, यह एक एंटी-इंफ्लेमेट्री एजेंट की तरह काम करता है और स्किन की पफीनेस और रेडनेस को कम करता है व घाव को भरता है। अध्ययनों से संकेत मिलता है कि एजेंट त्वचा से संबंधित कई स्थितियों का इलाज करता है जिन्हें इंफ्लेमेटरी डर्माटोज़ कहा जाता है। इस तरह आपको मिलती है हेल्दी व ग्लोइंग स्किन। यह स्किन पर मौजूद निशान को भी मिटाता है।

 

05. हाइपरपिगमेंटेशन से निपटता है

05. हाइपरपिगमेंटेशन से निपटता है

हमारी स्किन पर मेलानिन असमान रूप से जमा होते हैं। जिन हिस्सों पर ज्यादा मेलानिन होता है, वो अन्य हिस्सों की तुलना में ज्यादा डार्क हो जाता है। यही हाइपरपिगमेंटेशन है। विटामिन सी स्किन में मेलानिन को कम करके हाइपरपिगमेंटेशन की समस्या से लड़ता है। इस तरह लगातार इसके इस्तेमाल से धीरे-धीरे स्किन एकसमान हो जाती है।

Suman Sharma

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