हमें पता है कि आप स्लीवलेस ड्रेसेस, टॉप्स और ब्लाउज़ पहनने से इसलिए बचती हैं, ताकि आपकी काले अंडरार्म्स नज़र न आने पाएं, हैं ना? यदि आपका जवाब ’हां’ है तो हम आपको बता दें कि आप अकेली ही इस समस्या से नहीं जूझ रही हैं. काले अंडरार्म्स बहुत ख़राब नज़र आते हैं, लेकिन यह महिलाओं और पुरुषों दोनों की ही एक आम समस्या है. इसे छुपाने की जगह क्यों न इस समस्या के कारणों की चर्चा की जाए?

हम यहां आपको अंडरार्म्स के काले होने के पांच बड़े कारणों के बारे में बता रहे हैं, ताकि आप इनसे बच सकें.

 

शेविंग करना

शेविंग करना

शेविंग अंडरार्म्स के बालों को हटाने का सबसे तेज़ और कारगर तरीका है. शेविंग से सतह पर मौजूद बाल तो हट जाते हैं, लेकिन त्वचा की सतह के बिल्कुल नीचे मौजूद हेयर फ़ॉलिकल्स नज़र आने लगते हैं. जो यहां की त्वचा को काला दिखाते हैं. नियमित रूप से शेव करते रहने से यहां की त्वचा कड़ी हो जाती है और खुजली व जलन पैदा होती है, जिससे त्वचा की रंगत असमान हो जाती है.

समाधान: शेविंग आपकी त्वचा को कई तरह के नुकसान पहुंचाती है. हम आपको सलाह देंगे कि जब भी शेव करें नए और साफ़ रेज़र का इस्तेमाल करें. शेव के तुरंत बाद ऐलो वेरा जेल लगाएं, ताकि आपकी त्वचा को राहत पहुंचे. इसके अलावा रोज़ाना एक अच्छे ऐंटीपर्सपाइरेंट का इस्तेमाल करें, जैसे-  रेक्सोना वाइटनिंग रोल-ऑन , जो त्वचा को काला होने से और जलन से बचाता है.

 

वैक्सिंग करना

वैक्सिंग करना

यदि आपको लगता है कि वैक्सिंग, शेविंग से बेहतर विकल्प है तो दोबारा सोचें. बालों को निकालने के दौरान वैक्सिंग की प्रक्रिया में त्वचा की पतली सी पर्त भी निकल जाती है, जिससे जलन और यहां तक कि इन्फ़ेक्शन होने का ख़तरा भी होता है. बार-बार वैक्सिंग कराने से त्वचा का लचीलापन भी कम होता है और समय के साथ-साथ त्वचा काली नज़र आने लगती है.

समाधान: चूंकि बालों को हटाना ज़रूरी है, हम आपको सलाह देंगे कि ऐसा करते वक़्त आप अंडरार्म की त्वचा का ख़ास ख़्याल रखें. हम अंडरार्म्स की संवेदनशील त्वचा का ख़ास ख़्याल रखने के लिए आपको रेक्सोना वाइटनिंग रोल-ऑन इन फ्रेश रोज़ इस्तेमाल करने की सलाह देंगे.

 

डेड स्किन का जमाव

डेड स्किन का जमाव

त्वचा की मृत कोशिकाएं यानी डेड स्किन सेल्स हमारे शरीर की त्वचा के ऊपरी सहत पर जमा होती रहती हैं. इन सेल्स को हटाने के लिए त्वचा की गहराई से सफ़ाई करने की ज़रूरत होती है. अंडरार्म्स की त्वचा को डीप क्लेंज़ न करने की वजह से भी वह काली नज़र आ सकती है.

समाधान: हर तीसरे-चौथे दिन अंडरार्म्स की त्वचा को एक्स्फ़ॉलिएट करते रहने से यहां मृत कोशिकाएं नहीं जमने पाएंगी और त्वचा की रंगत काली नहीं होने पाएगी.

 

कसे हुए कपड़े पहनना

कसे हुए कपड़े पहनना

कसे हुए कपड़ों की वजह से त्वचा पर होने वाला घर्षण भी त्वचा की रंगत बदलने का एक कारण हो सकता है. अंडरार्म्स की त्वचा बहुत संवेदनशील होती है और कसे हुए कपड़े पहनने से कपड़े और अंडरार्म्स के बीच होने वाले घिसाव की वजह से खुजली और जलन की समस्या भी हो सकती है.

समाधान: सही फ़िटिंग वाले ऐसे कपड़े पहनें, जो कसे हुए न हों. ख़ासतौर पर अंडरार्म्स के बाल हटाने के बाद कुछ दिनों तक तो कसे हुए कपड़े बिल्कुल न पहनें.

 

हाइपरपिग्मेंटेशन

हाइपरपिग्मेंटेशन

 हाइपरपिग्मेंटेशन त्वचा की एक ऐसी स्थिति होती है, जब त्वचा ज़रूरत से ज़्यादा मेलैनिन पिग्मेंट का उत्पादन करने लगती है और अंडरार्म्स काले नज़र आने लगते हैं. अंडरार्म्स की कुछ जगहें ज़्यादा गहरी नज़र आने लगती हैं और यहां की रंगत असमान दिखाई देने लगती है. इसे डर्मैटोलॉजिस्ट की सलाह से सही प्रोडक्ट का इस्तेमाल करके ठीक किया जा सकता है.

समाधान:  थोड़ी सी देखभाल कर के आप अंडरार्म्स की नाज़ुक त्वचा पर मौजूद इस असमान रंगत को ठीक कर सकती हैं. त्वचा के लिए उपयुक्त कपड़े पहनने के साथ-साथ इस हिस्से को साफ़-सुथरा और सूखा बनाए रखने से भी इस समस्या में राहत मिलेगी. इसके लिए हम आपको रेक्सोना वाइटनिंग रोल-ऑन इन फ्रेश लिली के इस्तेमाल की सलह देंगे. यह दुर्गंध से भी छुटकारा दिलाएगा और अंडरार्म्स की रंगत को भी पांच दिनों के भीतर ही निखार देगा.