मुंहासे और मुंहासे के निशान, एक महिला के लिए किसी बुरे सपने से कम नहीं होता है। लेकिन एक नियमित स्किनकेयर दिनचर्या के साथ मुंहासे को नियंत्रण में रखना और ब्रेकआउट का इलाज करना संभव है।

लेकिन सिर्फ इसलिए कि ये निशान थोड़े अधिक जिद्दी हैं और मुश्किल से जाते हैं, तो ऐसा नहीं है कि  इससे निबटा नहीं जा सकता है। मुंहासे के निशान को प्रभावी ढंग से कैसे निकाला जाए, हमने इसके लिए मुंबई के एक प्रमुख स्किन विशेषज्ञ डॉ पल्लवी सुले से बात की।

मुंहासे और मुंहासे निशान से छुटकारा पाने के लिए आपको क्या करना चाहिए, जिससे आपकी स्किन  साफ व चमकदार दिखे. तो आइये इसके बारे में विस्तार से जानें।

डॉ सुले कहती हैं, “दाग-धब्बों को रोकने के लिए, मुंहासों को होने से रोकना बहुत महत्वपूर्ण है। ऐसे में सैलिसिलिक एसिड, रेटिनॉल, एंटीबायोटिक जैल जैसे सक्रिय तत्वों वाले उत्पादों का उपयोग करें। तो यहां हम आपको कुछ ऐसे तत्व के बारे में बता रहे हैं,  जिन्हें आपको अपनी स्किन केयर रूटीन में फौरन शामिल करना है, ताकि न केवल मुंहासों को कम किया जा सके, बल्कि दाग-धब्बों को कम से कम किया जा सके।

मुंहासों के निशान से निपटने के लिए करें इन चीजों का इस्तेमाल

 

 

i) सैलिसिलिक एसिड

i) सैलिसिलिक एसिड

यह एक बेहद लोकप्रिय स्किनकेयर तत्व है, जिसका उपयोग एंटी-एक्ने उत्पादों में किया जाता है। सैलिसिलिक एसिड-इन्फ्यूस्ड फेस वाश का उपयोग, आपके पोर्स से गंदगी निकालने में मदद करता है, मुंहासों के कारण होने वाली सूजन और रेडनेस को कम करता है और जिससे इन्फ्लेमेशन की संभावना कम हो जाती है।

 

ii) रेटिनोइड्स

ii) रेटिनोइड्स

अगर आपकी स्किन तैलीय और एक्ने प्रोन है, तो रेटिनोइड्स का उपयोग सही उपचार के रूप में काम करता है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि रेटिनोइड्स पोर्स को बंद करने के लिए वाकई में अच्छी तरह से काम करते हैं और आपके मुंहासे क्रीम और जेल को आपकी स्किन में बेहतर तरीके से प्रवेश करने और परिणाम दिखाने की अनुमति देते हैं। वे डेड सेल्स को खत्म करके ब्रेकआउट को भी रोकते हैं, इस प्रकार ब्रेकआउट की संभावना को कम करते हैं और साथ ही निशान की संभावना को कम करते हैं।

 

iii) लैक्टिक एसिड

iii) लैक्टिक एसिड

एक और शानदार स्किनकेयर तत्व है- लैक्टिक एसिड, जिसे आपको अपनी स्किनकेयर दिनचर्या में शामिल करना चाहिए। अगर आप सोच रहे हैं कि मुंहासे के निशान को कैसे हटाया जाए, तो लैक्टिक एसिड अच्छा साबित होता है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि लैक्टिक एसिड में वाकई में कोमल केमिकल पील का प्रभाव होता है और यह आपके पोर्स में मौजूद डेड सेल कोशिकाओं और अन्य गंदगी को बाहर निकालने का काम करता है। इसके अतिरिक्त, यह स्किन की असमान बनावट को कम करने में मदद करता है और इस तरह निशान को मुलायम बना देता है। अगर आपको हाइपरपिग्मेंटेशन की समस्या है, तो आपको लैक्टिक एसिड शामिल करना चाहिए, क्योंकि यह गहरे रंग के निशान को हल्का करने में मदद करता है।

 

iv) नियासिनमाइड

iv) नियासिनमाइड

नियासिनमाइड का मुख्य उद्देश्य विटामिन बी 3 को आपकी स्किन में पहुंचाना और इसे स्वस्थ रखना है। यह एक शानदार एंटी इंफ्लेमेंटरी एजेंट के रूप में भी काम करता है और मुंहासों को बढ़ने से रोकता है । यही कारण है कि आपकी दिनचर्या में एक नियासिनमाइड आधारित स्किनकेयर उत्पाद शामिल जरूर होना चाहिए, जो मुंहासे के निशान को कम करने में मदद करता है। क्लीनिकल ट्रीटमेंट मुंहासों के निशान को हटाने के लिए

मुंहासों के निशान से ऐसे पाएं छुटकारा, जानें एक्सपर्ट की राय


कभी-कभी मुंहासों के निशान इतने जिद्दी होते हैं कि स्किनकेयर उत्पादों या अन्य घरेलू उपचारों के बावजूद यह समस्या ठीक नहीं होती है।  इस समस्या को प्रभावी ढंग से खत्म करने में मदद नहीं करती है। ऐसे में आपको ब्यूटी एक्सपर्ट से मिलना ज़रूरी हो जाता है और उसके बाद एक कॉस्मेटिक प्रक्रिया से गुज़रना पड़ता है।  डॉ सुले के अनुसार,“आप कई तरीके चुन सकते हैं, यह आप पर निर्भर होगा।  कुछ सामान्य तरीके ये हैं :

i) केमिकल पील :
यह उपचार स्किन  को एक्सफोलिएट करने में मदद करता है, जिससे सतही निशान से छुटकारा पाने में मदद मिलती है।

ii) माइक्रोडर्माब्रेशन या स्किन पॉलिशिंग:
एक और अच्छा उपचार यह भी है, जो आपकी स्किन को सुपरफिशियल स्कार या  निशान से छुटकारा दिलाने में मदद करता है

iii) डर्मारोलर
इस उपचार में एक छोटा सा उपकरण का उपयोग होता है। इसे स्किन पर रोल किया जाता है । इस उपचार का मुख्य उद्देश्य स्किन के कोलेजन को फिर से बनाना और फिर से तैयार करना है, जो वाकई में स्वस्थ और जवां स्किन पाने के साथ-साथ दाग-धब्बों को रोकने के लिए प्रभावी है।

iv) फ्रैक्शनल सीओ 2 लेजर:
यह एक लेजर कॉस्मेटिक उपचार है, जो मुंहासे के निशान को कम करने के लिए कोलेजन को फिर से तैयार करने में मदद करता है।

v) एमएनआरएफ:
यह उपचार, जिसे माइक्रो-नीडल रेडियो फ्रीक्वेंसी के रूप में भी जाना जाता है, आपकी स्किन को टाइट होने से होने वाले  निशान को कम करने में मदद करता है।