संवेदनशील यानी सेंसिटिव त्वचा पर बहुत जल्दी रैशेज़, जलन और सूजन आ जाती है. ऐसे इन्ग्रीडिएंट्स जिन्हें अधिकतर लोग सौम्य कहते हैं, वो भी सेंसिटिव त्वचा वालों के चेहरे पर रैशेज़ पैदा कर देते हैं. इसलिए जब बात एक्स्फ़ॉलिएशन जैसी महत्वपूर्ण चीज़ की हो तो संवेदनशील त्वचा वाली युवतियां इस काम के लिए किसी भी तरीके या प्रोडक्ट पर आंख मूंद कर भरोसा नहीं कर सकतीं. तो क्या इसका ये मतलब है कि सेंसिटिव त्वचा वाली महिलाओं को त्वचा को एक्स्फ़ॉलिएट करना ही नहीं चाहिए? बिल्कुल नहीं! बस, आपको थोड़ी अतिरिक्त सावधानियां बरतनी चाहिए.
यहां हम बता रहे हैं कि सेंसिटिव त्वचा को बिना कोई नुकसान पहुंचाए कैसे एक्स्फ़ॉलिएट किया जा सकता है...
ऑइल एक्स्फ़ॉलिएशन

सेंसिटिव स्किन को एक्स्फ़ॉलिएट करने का सबसे सौम्य और आसान तरीका है वॉश्क्लॉथ का इस्तेमाल करना. कोई नॉन-कॉमेडोजेनिक (जो त्वचा के रोमछिद्रों को बंद न करता हो) ऑइल, जैसे- जोजोबा या सनफ़्लावर ऑइल को हल्की गीली त्वचा पर लगाएं और कुछ मिनटों तक लगा रहने दें. अब नर्म सा वॉश्क्लॉथ या गोल कॉटन पैड लें इसे अपने चेहरे पर सौम्यता से सर्कुलर मोशन में घुमाएं. एक्स्फ़ॉलिएशन के इस तरीके से आपके चेहरे पर मौजूद डेड स्किन सेल्स हट जाएंगी.
स्क्रब एक्स्फ़ॉलिएशन

तो आप बाज़ार में उपलब्ध स्क्रब्स का इस्तेमाल करने से बच रही हैं, है ना? पर मत घबराइए! ये सच है कि अधिकतर स्क्रब्स आपकी त्वचा पर रैशेज़, जलन या सूजन पैदा कर सकते हैं, लेकिन आपको अपने लिए एक ऐसा स्क्रब चुनना होगा, जिसमें कठोर इन्ग्रीडिएंट्स न हों. ऐसे स्क्रब्स लेने से बचें, जिनमें ऐप्रिकॉट या वॉल्नट के ग्रैन्यूल्स हों, क्योंकि ये संवेदनशील त्वचा पर बहुत कठोर होते हैं. इसकी बजाय जोजोबा बीड्स, राइस ब्रैन, पाउडर्ड हर्ब्स या वनीला सीड्स जैसे इन्ग्रीडिएंट्स वाले प्रोडक्ट्स ख़रीदें. डर्मैलॉजिका डेली मइक्रोफ़ॉलिएंट्स/Dermalogica Daily Microfoliant में पपैन एन्ज़ाइम्स, फ़ाइटिक ऐसिड के साथ साथ राइस ब्रैन भी मौजूद है और ये सभी सेंसिटिव त्वचा के लिए अच्छे होते हैं.
केमिकल एक्स्फ़ॉलिएशन

हां... हां, मैं अच्छे से जानती हूं कि केमिकल शब्द पढ़ते ही आप डर गई हैं. पर मेरा यक़ीन मानिए कि ये बिल्कुल डरावना नहीं है, लेकिन केवल तब, जबकि आप इसे किसी सर्टिफ़ाइड डर्मैटोलॉजिस्ट से करवाएं. हम घर पर केमिकल एक्स्फ़ॉलिएशन की सलाह बिल्कुल नहीं दे रहे हैं, लेकिन आप इसके लिए निश्चित रूप से अपनी डर्मैटोलॉजिस्ट से संपर्क कर सकती हैं, जो यह तय कर सकेंगी कि केमिकल एक्स्फ़ॉलिएशन की कौन-सी तकनीक आपकी त्वचा के प्रकार के अनुसार आपके लिए बेहतर रहेगी. रूखी यानी ड्राइ त्वचा के लिए एएचए एक्स्फ़ॉलिएंट्स का इस्तेमाल किया जाता है, जबकि तैलीय त्वचा (ऑइली स्किन) और मिलीजुली त्वचा (कॉम्बिनेशन स्किन) के लिए बीएचए एक्स्फ़ॉलिएंट्स का इस्तेमाल किया जाता है.
Written by Shilpa Sharma on May 16, 2020
इन्हें भीतरी सुंदरता पर अटूट भरोसा है. इनका मानना है कि हर इन्सान अपने आप में बेहद ख़ूबसूरत है. ये मेकअप को सुंदरता का जश्न मनाने का बेहतरीन ज़रिया मानती हैं तो मुस्कान को चेहरे का सबसे सुंदर मेकअप! इन्हें पढ़ने-लिखने, लोगों से मिलने-जुलने और खाने-पीने का ख़ासा शौक़ है और इन चीज़ों को पाने के लिए यात्राएं करना बेहद पसंद है.