कोरियन और जापानी शोज़ ने अपने कंटेंट से तो सबका दिल जीता ही है, लेकिन उनकी फ़्लॉलेस स्किन और ब्यूटी ने भी स्किन केयर रूटीन के महत्व की ओर सबका ध्यान खींचा है. लेकिन कोरियन यानी के-ब्यूटी और जापानी यानी जे-ब्यूटी में क्या फ़र्क़ है और आपके लिए क्या बेस्ट रहेगा और आपको कौन सा ब्यूटी रूटीन सूट होगा, ये जानना भी ज़रूरी है. हम आपके सवालों के जवाब लाए हैं ताकि आप अपने लिए इनमें से बेस्ट स्किन केयर रूटीन चुन सकें. क्लीयर और ग्लोइंगस्किन पाने के लिए पढ़ें ये अर्टिकल.

 

जे-ब्यूटी और के-ब्यूटी की मुख्य फिलॉसफी क्या है?

जे-ब्यूटी और के-ब्यूटी की मुख्य फिलॉसफी क्या है?

जे-ब्यूटी और के-ब्यूटी की फिलॉसफी, सोच और विचारधारा काफ़ी अलग-अलग हैं. जापानी ब्यूटी मिनीमलिज़्म और फ़ंक्शनैलिटी पर ज़ोर देती है तो वहीं कोरियन ब्यूटी स्किन को कई तरीक़ों से पोषण देने और संतुलित दिनचर्या पर ज़ोर देती है. जे-ब्यूटी पारंपरिक तरीक़ों को मॉडर्न प्रोडक्ट्स के साथ मिलाकर एक रास्ता दिखाती है. जबकि के-ब्यूटी सारी परंपराएं तोड़कर स्किन केयर में ऐसे फ़ॉर्म्युला यूज़ करने पर ज़ोर देती हैं जो पहले कभी न की गई हों. उदाहरण के लिए- रबरमास्क, कुशन कॉम्पेक्ट और एक्टिवेटिंग सीरम कुछ ऐसे के-ब्यूटी आविष्कार हैं जिनसे हम हैरान हैं.

 

जे-ब्यूटी और के-ब्यूटी के स्किन केयर के स्टेप्स

जे-ब्यूटी और के-ब्यूटी के स्किन केयर के स्टेप्स

लेस इज़ मोर के अप्रोच के साथ ही जे-ब्यूटी का फ़ोकस कंसिसटेंसी और लॉन्ग टर्म रिजल्ट्स पर होता है. एक सामान्य जे-ब्यूटी रूटीन में चार स्टेप्स होते हैं: डबल क्लीन्ज़- पहले ऑयल बेस्ड क्लीन्ज़र का उपयोग करने के बाद फोमिंग क्लीन्ज़र का उपयोग करें. इसके बाद डबल मॉइश्चराइज़ करें, जहां एक हल्का एसेंस या लोशन जो त्वचा की नमी को बढ़ाता है, पहले लगाया जाता है, उसके बाद एक मॉइश्चराइज़र और सनस्क्रीन लगाया जाता है. दूसरी ओर, के-ब्यूटी बेहद सावधानी से तैयार किया गया 10-स्टेप्स प्रोसेस है, जो कभी-कभी 17 स्टेप्स तक भी जा सकता है. इसमें मुख्यतौर पर लाइट से हेवी फॉर्मूलेशन में लेयर करना महत्वपूर्ण है, ताकि स्किन में प्रोडक्ट बेहतरीन तरीक़े से समा सके और ज़्यादा से ज़्यादा पोषण मिल सके. इस ब्यूटी रूटीन में शामिल है: डबल क्लींज, एक्सफोलिएशन, टोनर, एसेंस, ट्रीटमेंट सीरम, शीट मास्क, आई क्रीम, मॉइश्चराइजर और एसपीएफ.

 

स्किन गोल्स में फ़र्क है

स्किन गोल्स में फ़र्क है

इम्पर्फ़ेक्शन में ब्यूटी ढूंढ़ने के नज़रिए से प्रेरित और प्रभावित जे-ब्यूटी मोची स्किन पर फ़ोकस करता है जो बेहद सॉफ़्टऔर प्लम हो. साथ ही वो सिम्पल स्किन केयर रूटीन को प्राथमिकता देता है जिसमें सावधानीपूर्वक समय-समय पर बदलाव किया जा सके. वहीं के-ब्यूटी ग्लास स्किन पर फ़ोकस करती है, जो हेल्दी, पोरलेस और शाइनी होती है.

 

आमतौर पर यूज़ किए जानेवाले इंग्रेडियेंट्स

आमतौर पर यूज़ किए जानेवाले इंग्रेडियेंट्स

ग्रीन टी और राइस जैसी कुछ चीज़ें हैं जो के और जे ब्यूटी प्रोडक्ट्स दोनों में ही आपको मिलेंगी. के-ब्यूटी प्रोडक्ट्स कुछ ख़ास सामग्री भी यूज़ करते हैं, जैसे- स्नेल म्यूसिन, रेड जिनसेंग, प्रोपोलिस और सेंटेला एशियाटिक एक्स्ट्रैक्ट. वहीं सेक, कैमेलिया ऑयल, युज़ू और चेरी ब्लॉसम एक्स्ट्रैक्ट जे-ब्यूटी की विशिष्टता है.

 

पैकेजिंग और प्राइसिंग

पैकेजिंग और प्राइसिंग

के-ब्यूटी प्रोडक्ट्स के डिज़ाइंस काफ़ी इनोवेटिव होते हैं, जो सुपर क्यूट और कलरफुल होते हैं. जबकि जे-ब्यूटी प्रोडक्ट्स मिनिमलिस्टिक डिज़ाइन पर फ़ोकस करते हैं जो परफेक्शन पर केंद्रित होता है. जबकि के-ब्यूटी ब्रांड भारत में सस्ते हैं, शीट मास्क 100 रुपये से शुरू होते हैं. पर उनकी कीमत तेजी से बढ़ती है, क्योंकि के-ब्यूटी रूटीन में कई स्टेप्स होते हैं. जापानी ब्यूटी प्रोडक्ट्स का प्राइस रेंज ज़्यादा प्रीमियम है, लेकिन इसमें सिर्फ़ चार स्टेप्स ही होते हैं, तो अंत में कुल मिलाकर अधिकतर बार ये ही अधिक किफ़ायती और सस्ते पड़ते हैं.