अगर आप ड्राई स्किन से परेशान हैं और किसी ऐसी चीज़ की तलाश में हैं जो न सिर्फ़ ड्राईनेस को ख़त्म करे बल्किआपको दे ग्लोइंग और यंग स्किन भी, तो आपकी तलाश समझो पूरी हो गई. हाइड्रेशन से भरपूर सी बकथॉर्न ऑयलआपकी मंज़िल है, क्योंकि ड्राई स्किन के लिए ये किसी वरदान से कम नहीं और इन दिनों ये पॉप्युलर भी हो रहा है. इसकेस्किन बेनीफिट्स और इस ऑयल के बारे में ज़्यादा जानने के लिए पढ़ें ये आर्टिकल.
- क्यों सभी इस ऑयल पर इतने फ़िदा हैं कि इसको अपने स्किन केयर रूटीन में शामिल करने को बेक़रार है?
- सी बकथॉर्न ऑयल के स्किन बेनीफिट्स
- क्या मुंहासों वाली त्वचा पर सी बकथॉर्न ऑयल को यूज़ करना सेफ है?
क्यों सभी इस ऑयल पर इतने फ़िदा हैं कि इसको अपने स्किन केयर रूटीन में शामिल करने को बेक़रार है?

सबसे पहले ये जान लें कि सी बकथॉर्न ऑयल समंदर से प्राप्त नहीं होता. साइबेरियन पाइनैपल के नाम से जाना जानेवाला ये सी बकथॉर्न दरअसल मूल रूप से यूरोप और एशिया में पाई जानेवाली एक कांटेदार झाड़ी है. एंटीऑक्सीडेंटसे भरपूर ये प्लांट बेरीज़ उगाता है जिनको कोल्ड-प्रेस्ड करके तेल बनाया जाता है. एक और दिलचस्प तथ्य ये है कि इसमें संतरे की तुलना में 10 गुना अधिक विटामिन सी होता है और यह पौधों में विटामिन ई का तीसरा सबसे बड़ा स्रोत है. सिर्फ़ यही वजह नहीं है कि इस तेल को कम्प्लीट ऑयल माना जाता है, स्किन केयर के लिए एक तरह से रक्षा कवच का काम करनेवाला ये ऑयल हाइड्रेटिंग और मॉइश्चराइज़िंग प्रॉपर्टीज़ से भरपूर है, जो आपके चेहरे को देगा एक ग्लोइंग इफ़ेक्ट.
सी बकथॉर्न ऑयल के स्किन बेनीफिट्स

स्किन को हाइड्रेट करके इंस्टेंट ग्लो देनेवाला ये लाइट वेट सी बकथॉर्न ऑयल फ्री रैडिकल्स से भी स्किन को प्रोटेक्ट करता है. ये स्किन के टेक्स्चर, टोन और इलास्टिसिट को बेहतर बनाता है और पोस्ट-इंफ्लेमेटरी हाइपर पिग्मेंटेशन को भी कम करता है. और क्योंकि यह एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर है, तो ये एंटी-एजिंग गुणों से भी भरपूर है, जो लाइंस, झुर्रियों और उम्र बढ़ने के अन्य लक्षणों को कम करता है. ये आपकी त्वचा की नमी के स्तर को भी नियंत्रित करता है और ड्राईनेस की समस्या से छुटकारा दिलाता है.
आपको बस इतना करना है कि रात को सोने से ठीक पहले इसकी कुछ बूंदों से स्किन को मसाज करें या फिर दिन में सनस्क्रीन अप्लाई करने से ठीक पहले इसे लगाएं.
क्या मुंहासों वाली त्वचा पर सी बकथॉर्न ऑयल को यूज़ करना सेफ है?

ऐसी कोई स्टडीज़ नहीं है जो इसे अनसेफ बताती हों, लेकिन अगर आपको मुंहासों की समस्या है तो पैच टेस्ट कर लेना चाहिए ताकि किसी तरह का कोई रिएक्शन न हो. इस बात का ध्यान रखें कि आप नॉन-कॉमेडोजेनिक फ़ॉर्म्युला ही सिलेक्ट कर रहे है यानी जो आपके रोमछिद्रों को बंद नहीं करता है वरना आपके मुंहासों की समस्या बढ़ सकती है. अगर आप किसी फेशियल सर्जरी या ट्रीटमेंट से गुज़रनेवाली हैं तो कम से कम दो हफ़्ते तक इसे यूज़ न करें. स्टडीज़ बताती हैं कि ये ऑयल रक्तस्राव को या निशान के ठीक होने के समय को यानी हीलिंग प्रोसेस को बढ़ा सकता है. इसलिए अगर आप सर्जरी करवाने जा रही हैं तो इसे यूज़ करना सही नहीं होगा.
Written by Kayal Thanigasalam on Jan 28, 2022
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