क्या आपके नाख़ून जल्दी टूट जाते हैं? यहां जानिए स्वस्थ नाख़ून पाने के 5 तरीक़े

Written by Shilpa Sharma4th Mar 2019
क्या आपके नाख़ून जल्दी टूट जाते हैं? यहां जानिए स्वस्थ नाख़ून पाने के 5 तरीक़े

आपको भी जल्दी टूटने वाले और नाज़ुक यानी ब्रिटल नाख़ूनों से नफ़रत है, है ना? ख़ासतौर पर जब आप उन्हें बढ़ाने की कोशिश कर रही हों और आप ही के हाथों वे टूट जाएं... तो इससे दुखद कुछ नहीं होता. हम इस बात को अच्छी तरह समझते हैं!

कभी-कभार किसी दुर्घटना की वजह से आपके नाख़ूनों का टूटना या छिल जाना संभव है, लेकिन यदि आपके नाख़ून लगभग लगातार टूट रहे हैं, छिल रहे हैं , उनमें दरार आ रही है या फिर उनकी परतें निकल रही हैं तो समझ लीजिए कि आपकी समस्या थोड़ी गंभीर है. अब समय आ गया है कि आप नाख़ूनों की अच्छी तरह देखभाल करने पर ध्यान दें. हम आगे जो आसान-से टिप्स बता रहे हैं यदि आप उन्हें नियम से अपनाएं तो वे आपके नाख़ूनों पर सही प्रभाव डालते हुए उन्हें मज़बूत और ख़ूबसूरत बना देंगे. हां, इसके लिए आपको रूटीन बना कर नियम से प्रयास करने होंगे, क्योंकि सुंदर नाख़ून रातभर में तो मिलने से रहे...

 

क्यूटिकल्स का ख़्याल रखें

नाख़ूनों पर नेल पॉलिश लगा कर रखें, फिर चाहे यह क्लीयर बेस कोट ही क्यों न हो. इससे आपके नाख़ूनों में होने वाली नमी की कमी रुक जाती है. बेस कोट लगाने से नाख़ूनों का रंग भी नहीं बदलता. लेकिन नेल पेंट्स ज़रूरत से ज़्यादा भी न लगाएं, क्योंकि इनमें एसीटोन, ऐल्कहॉल और इथाइल एसिटेट जैसे स्ट्रॉन्ग सॉल्वेंट्स भी होते हैं, जो आपके नाख़ूनों को नुक़सान पहुंचाते हैं.

हम अपने चेहरे, बालों और शरीर के लिए किसी न किसी तरह के तेल यानी ऑइल का इस्तेमाल करते हैं, क्योंकि ऑइल हमारे इन हिस्सों की देखभाल करता है, इन्हें नर्म-मुलायम, स्वस्थ और चमकदार बनाए रखता है. तो हम इस जादुई इन्ग्रीडिएंट यानी ऑइल को अपने नाख़ूनों के लिए भी तो इस्तेमाल कर सकते हैं ना? चाहे आपके नाख़ून पहले से ही टूटने जैसे यानी ब्रिटल हों या फिर ढेर सारे जेल या ऐक्रेलिक नेल्स के इस्तेमाल की वजह से ब्रिटल हो गए हों, क्यूटिकल ऑइल में निवेश करना समझदारी होगी. यह आपके नाख़ूनों को पोषण देता है, उन्हें कंडिशन करता है और उन्हें मज़बूत बनाता है.

 

एक ही दिशा में फ़ाइल करें

नाख़ूनों पर नेल पॉलिश लगा कर रखें, फिर चाहे यह क्लीयर बेस कोट ही क्यों न हो. इससे आपके नाख़ूनों में होने वाली नमी की कमी रुक जाती है. बेस कोट लगाने से नाख़ूनों का रंग भी नहीं बदलता. लेकिन नेल पेंट्स ज़रूरत से ज़्यादा भी न लगाएं, क्योंकि इनमें एसीटोन, ऐल्कहॉल और इथाइल एसिटेट जैसे स्ट्रॉन्ग सॉल्वेंट्स भी होते हैं, जो आपके नाख़ूनों को नुक़सान पहुंचाते हैं.

नाख़ूनों को फ़ाइल करते समय फ़ाइलर को आगे-पीछे ले जाते हुए फ़ाइल करने से आपने नाख़ून टूट सकते हैं. अत: अपने नाख़ूनों को केवल एक ही दिशा में फ़ाइल करें, इससे ये नहीं टूटेंगे.

 

अपने हाथों और नाख़ूनों को मॉइस्चराइज़ करें

नाख़ूनों पर नेल पॉलिश लगा कर रखें, फिर चाहे यह क्लीयर बेस कोट ही क्यों न हो. इससे आपके नाख़ूनों में होने वाली नमी की कमी रुक जाती है. बेस कोट लगाने से नाख़ूनों का रंग भी नहीं बदलता. लेकिन नेल पेंट्स ज़रूरत से ज़्यादा भी न लगाएं, क्योंकि इनमें एसीटोन, ऐल्कहॉल और इथाइल एसिटेट जैसे स्ट्रॉन्ग सॉल्वेंट्स भी होते हैं, जो आपके नाख़ूनों को नुक़सान पहुंचाते हैं.

पानी आपके हाथों और नाख़ूनों को डीहाइड्रेट कर सकता है. अत: बहुत ज़रूरी है कि आप हर बार हाथ धोने के बाद अपने हाथों और नाख़ूनों को मॉइस्चराइज़ करें. साथ ही, जब भी आपको घर के काम करते वक़्त लंबे समय तक पानी में हाथ डाले रहना हो, हम सलाह देंगे कि दस्ताने यानी ग्लव्स पहन कर ही काम करें.

 

नाख़ूनों को पॉलिश करें

नाख़ूनों पर नेल पॉलिश लगा कर रखें, फिर चाहे यह क्लीयर बेस कोट ही क्यों न हो. इससे आपके नाख़ूनों में होने वाली नमी की कमी रुक जाती है. बेस कोट लगाने से नाख़ूनों का रंग भी नहीं बदलता. लेकिन नेल पेंट्स ज़रूरत से ज़्यादा भी न लगाएं, क्योंकि इनमें एसीटोन, ऐल्कहॉल और इथाइल एसिटेट जैसे स्ट्रॉन्ग सॉल्वेंट्स भी होते हैं, जो आपके नाख़ूनों को नुक़सान पहुंचाते हैं.

नाख़ूनों पर नेल पॉलिश लगा कर रखें, फिर चाहे यह क्लीयर बेस कोट ही क्यों न हो. इससे आपके नाख़ूनों में होने वाली नमी की कमी रुक जाती है. बेस कोट लगाने से नाख़ूनों का रंग भी नहीं बदलता. लेकिन नेल पेंट्स ज़रूरत से ज़्यादा भी न लगाएं, क्योंकि इनमें एसीटोन, ऐल्कहॉल और इथाइल एसिटेट जैसे स्ट्रॉन्ग सॉल्वेंट्स भी होते हैं, जो आपके नाख़ूनों को नुक़सान पहुंचाते हैं.

 

नाख़ूनों पर नेल पॉलिश लगा कर रखें, फिर चाहे यह क्लीयर बेस कोट ही क्यों न हो. इससे आपके नाख़ूनों में होने वाली नमी की कमी रुक जाती है. बेस कोट लगाने से नाख़ूनों का रंग भी नहीं बदलता. लेकिन नेल पेंट्स ज़रूरत से ज़्यादा भी न लगाएं, क्योंकि इनमें एसीटोन, ऐल्कहॉल और इथाइल एसिटेट जैसे स्ट्रॉन्ग सॉल्वेंट्स भी होते हैं, जो आपके नाख़ूनों को नुक़सान पहुंचाते हैं.

नाख़ूनों पर नेल पॉलिश लगा कर रखें, फिर चाहे यह क्लीयर बेस कोट ही क्यों न हो. इससे आपके नाख़ूनों में होने वाली नमी की कमी रुक जाती है. बेस कोट लगाने से नाख़ूनों का रंग भी नहीं बदलता. लेकिन नेल पेंट्स ज़रूरत से ज़्यादा भी न लगाएं, क्योंकि इनमें एसीटोन, ऐल्कहॉल और इथाइल एसिटेट जैसे स्ट्रॉन्ग सॉल्वेंट्स भी होते हैं, जो आपके नाख़ूनों को नुक़सान पहुंचाते हैं.

नाख़ूनों को चबाते रहना वो सबसे बड़ा कारण हो सकता है, जिससे आपके नाख़ून टूटने लगते हैं. इस आदत के चलते नाख़ून कटे-फटे से हो जाते हैं. कभी-कभी उनमें से ख़ून आने लगता है, इन्फ़ेक्शन हो जाता है और लगातार दर्द भी बना रह सकता है. अत: यदि आपको भी नाख़ून चबाने की आदत है तो नाख़ूनों की सेहत का ख़्याल रखते हुए इसे तुरंत बंद कर दें.

Shilpa  Sharma

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इन्हें भीतरी सुंदरता पर अटूट भरोसा है. इनका मानना है कि हर इन्सान अपने आप में बेहद ख़ूबसूरत है. ये मेकअप को सुंदरता का जश्न मनाने का बेहतरीन ज़रिया मानती हैं तो मुस्कान को चेहरे का सबसे सुंदर मेकअप! इन्हें पढ़ने-लिखने, लोगों से मिलने-जुलने और खाने-पीने का ख़ासा शौक़ है और इन चीज़ों को पाने के लिए यात्राएं करना बेहद पसंद है.

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