आपकी ज़िंदगी में नया मेहमान आनेवाला है और घर किलकारी से गूंजनेवाला है, ज़ाहिर है आप बेहद खुश होंगी. लेकिन जब आपका शरीर खुद को नन्हें मुन्ने के लिए तैयार करता है, तो उसके साथ ही कई चुनौतियां भी सामने आ जाती हैं. इस दौरान आपको खाने-पीने का पूरा ख़याल रखना पड़ता है, कुछ चीज़ें छोड़नी पड़ती हैं तो कुछ अपनानी पड़ती हैं, जैसे- आपको पपीता, पाइनैपल और अल्कोहोल को अवॉइड करना होता है, इसी तरह इस दौरान कुछ स्किनकेयर हैबिट्स भी आपको बदलनी पड़ती हैं. कुछ पुरानी आदतें छोड़कर नई हेल्दी हैबिट्स अपनानी होती हैं. ऐसे में हम लाए हैं प्रेग्नेंसी सेफ स्किन केयर गाइड, जिसमें आपको बताया जाएगा कि इस दौरान अपनी स्किन को हेल्दी रखने के लिए क्या करें, क्या न करें!
- क्या करें…
- क्या न करें…
- हार्श प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल
- वैक्सिंग
- स्किनकेयर रूटीन को छोड़ें नहीं
- केमिकल ट्रीटमेंट्स
क्या करें…

सनस्क्रीन यूज़ करें
स्किनकेयर में सनस्क्रीन की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है और गर्भावस्था में तो ये और भी ज़रूरी हो जाता है क्योंकि इस दौरान आपकी त्वचा बेहद संवेदनशील हो जाती है. ऐसे में अपनी स्किन टाइप के अनुसार सनस्क्रीन अप्लाई करने से आप सूर्य की हानिकारक किरणों से तो बचेंगी ही, साथ ही मेलास्मा, डल स्किन और डार्क स्पॉट्स को भी कंट्रोल करने में मदद मिलेगी.

बेसिक स्किनकेयर रूटीन को ही फ़ॉलो करें
आपके लिए इस दौरान उन स्किनकेयर प्रोडक्ट्स को ही यूज़ करना हितकर होगा जिन्हें यूज़ करने में आप सहज हों, क्योंकि ऐसे वक्त में आपका शरीर बहुत सारे परिवर्तनों से गुज़रता है. इसलिए जब भी आप दुविधा में हों तो अपना बेसिक डेली स्किनकेयर रूटीन ही फ़ॉलो करें, पर हां, इतना ध्यान रहे कि आप प्रेग्नेंसी सेफ प्रोडक्ट्स ही यूज़ करें, जैसे- ग्लाइकोलिक एसिड, लैक्टिक एसिड, नियासिनमाइड, एल एस्कॉर्बिक एसिड, एज़ेलिक एसिड और हाइलूरोनिक एसिड. मॉइश्चराइज़िंग के लिए आप कोको बटर, शीया बटर, जोजोबा ऑयल, एवोकैडो ऑयल, कोकोनट ऑयल औररोज़हिप्स ऑयल जैसे प्राकृतिक पदार्थों को ही यूज़ करें.

अपने रूटीन में विटामिन सी सीरम को ज़रूर शामिल करें
विटामिन सी एक बेहतरीन एंटीऑक्सीडेंट और गर्भावस्था के दौरान पूरी तरह सेफ भी है. ये टिशूज़ को रिपेयर और हील करता है, जिससे आपकी स्किन रहती है हेल्दी और ग्लोइंग. यह मेलास्मा के कारण हुए हाइपरपिग्मेंटेशन और डार्कस्पॉट्स को भी कम करता है.
क्या न करें…

नियमित रूप से एक्सफोलिएट
नियमित रूप से एक्सफोलिएट करने पर बड़े व खुले रोमछिद्र कम हो जाते हैं और स्किन के दाग-धब्बे व ब्राउन स्पॉट्स भी कम हो जाते हैं. ये स्किन में नमी को बेहतर तरीक़े से समाने में मदद करता गई, ड्राई स्किन की समस्या को दूर करता है, डेड स्किन सेल्स को हटाता है और स्ट्रेच मार्क्स को होने से रोकता है. बेहतर परिणामों के लिए अपने पेट, सीने और हिप्सको हफ़्ते में एक बार और चेहरे को हफ़्ते में दो बार एक्सफोलिएट करें.
हार्श प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल

मुंहासों को रोकने व एंटी एजिंग के लिए रेटिनॉल, सैलिसिलिक एसिड, आइसोट्रेटिनॉइन, बेंज़ॉयल पेरोक्साइड औरक्लिंडामाइसिन जैसे प्रोडक्ट्स बेहतरीन हैं लेकिन गर्भावस्था के दौरान इनसे पूरी तरह से बचना चाहिए ताकि होनेवाले बच्चे को आगे चलकर कोई समस्या न हो जाए. ये भी सच है कि ये प्रोडक्ट्स तभी नुक़सान पहुंचाते हैं जब इनका नियमितरूप से इस्तेमाल हो, लेकिन प्रेग्नेंसी ने इनसे दूर रहने में ही समझदारी है.
वैक्सिंग

प्रेग्नेंसी के दौरान स्किन दो से तीन गुना अधिक संवेदनशील हो जाती है, जिससे वैक्सिंग की प्रक्रिया ज़्यादा दर्दनाक होसकती है, इसलिए इससे दूर रहना ही बेहतर है. हेयर रिमुवल के लिए हम केमिकल युक्त क्रीम की बजाय रेज़र के प्रयोग की सलाह देंगे क्योंकि इस दौरान स्किन बेहद सेन्सिटिव होती है जिससे स्किन पर लाल चकत्ते और अन्य तरह की एलर्जी हो सकती है.
स्किनकेयर रूटीन को छोड़ें नहीं

ये सच है कि इस दौरान मन में बहुत कुछ चल रहा होता है कि क्या करें, क्या न करें, लेकिन इन सबके बीच भी अपने डेली स्किनकेयर रूटीन को पूरी तरह से बंद न कर दें. एक बेसिक स्किनकेयर रूटीन बेहद ज़रूरी है, वरना आगे चलकर आपको ऐसी समस्याएं आ सकती हैं जिन्हें आप फ़िलहाल अपने डेली स्किनकेयर रूटीन से आसानी से टाल सकती हैं.
केमिकल ट्रीटमेंट्स

हो सकता है आप एक्ने और मेलास्मा के लिए अपने ब्यूटीशियन के साथ अपॉइंटमेंट बुक करने की सोच रही हों, लेकिन भूलकर भी ऐसा न करें. कोई भी ब्यूटी ट्रीटमेंट या फेशियल जिसमें आपकी स्किन पर हल्का-सा भी इलेक्ट्रिक टच होने की संभावना हो, उससे हर हाल में बचें. केमिकल पील्स, किसी भी तरह की ब्यूटी सर्जरी और लेजर से फ़िलहाल दूर रहें.
Written by Suman Sharma on 3rd Jan 2022