सेल्फ-केयर करना है तो स्किनकेयर करें। आप सिर्फ स्किन की देखभाल ही नहीं कर रहे हैं, बल्कि इससे आप अच्छा महसूस भी करते हैं। लेकिन हर दूसरे दिन किसी नए स्किनकेयर प्रोडक्ट्स के इस्तेमाल से स्किन डैमेज हो जाती है। जहां स्किनकेयर बहुत जरूरी है, वहीं आपको यह जानना भी बहुत जरूरी है कि आप किस तरह के इनग्रेडिएंट्स स्किन पर लगा रहे हैं। कुछ इनग्रेडिएंट्स है, जो आपको एक-दूसरे से कभी मिक्स नहीं करना चाहिए। ये एक दूसरे से क्लैश होने के साथ स्किन पर विपरीत असर भी डालते हैं, जैसे पीलिंग, जलन आदि। हम आपको बता रहे हैं कुछ ऐसे इनग्रेडिएंट्स, जो जो एक-दूसरे के साथ मिक्स करने की गलती नहीं करनी चाहिए।
- 01. रेटिनोल + एएचए/बीएचए
- 02. एएचए/बीएचए + विटामिन सी
- 03. विटामिन सी + रेटिनॉल
- 04. बेन्ज़ॉइल परऑक्साइड + रेटिनोल
01. रेटिनोल + एएचए/बीएचए

रेटिनोल एक पावरफुल एंटी-एजिंग इनग्रेडिएंट है, जो स्किन को एक्सफोलिएट करता है, टेक्सचर को इंप्रूव करता है और स्किन की पूरी सेहत में सुधार लाता है। लेकिन अपनी पोटेन्सी के कारण रेटिनोल को कई अन्य इनग्रेडिएंट्स के साथ पेयर करना थोड़ा मुश्किल हो जाता है। एएचए/बीएचए (अल्फा हाइड्रोक्सी एसिड और बीटा हाइड्रोकसी एसिड) इनमें से एक है। ये केमिकल एक्सफोलिएन्ट हैं, जो डेड स्किन सेल्स को स्किन की ऊपरी सतह से हटाते हैं, जिससे अंदर छुपी ग्लोइंग स्किन नज़र आती है।
चूंकि रेटिनोल और एएचए /बीएचए दोनों ही एक्सफोलिएन्ट के तौर पर काम करते हैं, इसलिए उन्हें एक-दूसरे के साथ मिलाना स्किन के लिए बहुत हार्श हो सकता है। इससे स्किन पर केमिकल बर्न, हाइपरपिगमेंटेशन, रेडनेस और एक्ने हो सकते हैं। इसलिए आपको सलाह देंगे कि इन दोनों को यूज़ करने के लिए इनकी बीच कुछ दिनों का गैप जरूर रखें।
02. एएचए/बीएचए + विटामिन सी

जैसा कि ऊपर बताया गया है एएचए/बीएचए एसिड्स हैं, जिन्हें स्किन को एक्सफ़ोलिएट करने के लिए बहुत कम मात्रा में इस्तेमाल किया जाता है। यह एक बहुत कमाल का इनग्रेडिएंट है, लेकिन यदि विटामिन सी के साथ मिलाकर इस्तेमाल किया जाए तो परिणाम खराब हो सकते हैं। आपको लगता होगा कि विटामिन सी स्किन के अंदर गहराई तक जाकर फायदा पहुंचाता है और केमिकल पील से स्किन को एक्सफोलिएट किया जाता है, तो यह और ज्यादा फायदेमंद हो जाता है। लेकिन यह गलत है।
विटामिन सी एक एसिड है जो एस्कॉर्बिक एसिड के नाम से जाना जाता है। यह पानी में घुलने वाला विटामिन है, जिसके एंटीबैक्टीरियल गुण है और यह बैक्टीरिया और इन्फेक्शन से लड़ता है और फाइब्रस टिशू में कॉलेजन, कनेक्टिव टिशू, बोन्स, स्किन और कैपिलेरीज़ का निर्माण करता है। एएचए/बीएचए को विटामिन सी के साथ इस्तेमाल करने से एसिड क्लैश हो सकता है। इसे यूं समझिए कि जब आपकी स्किन से डेड सेल्स हट जाती है तो वह हाइपर सेंसिटिव हो जाती है। ऐसे में विटामिन सी से स्किन इर्रिटेट हो सकती है। बेहतर होगा कि इन्हें साथ मिलाकर लगाने की बजाय दिन में अलग-अलग बार अलग से लगाएं।
03. विटामिन सी + रेटिनॉल

अब तक हम ये जान चुके हैं कि ये दो इनग्रेडिएंट्स क्या कुछ कर सकते हैं। यही कारण है कि दोनों इनग्रेडिएंट्स को अलग-अलग यूज़ करना चाहिए, ताकि ये आपस में क्लैश न करें। रेटिनोल और विटामिन सी यदि साथ मिल जाएँ, तो जो इनके अलग-अलग रूप में फायदे हैं वो कैंसिल हो जाते हैं और आपकी स्किन को किसी भी तरह का कोई बेनिफिट नहीं मिल पाता।
यही नहीं, यदि आप इन दोनों को मिलाकर स्किन पर लगाती हैं, तो इससे स्किन इर्रिटेशन हो सकता है। तो यदि आप इन दोनों कमाल के इनग्रेडिएंट्स का पूरा-पूरा फायदा उठाना चाहती हैं, तो दोनों को अलग-अलग समय पर लगाएं। रेटिनोल को लगाने का सही समय रात का है। इसे मॉइश्चराइज़र को लगाने के बाद लगाएं या फिर अपने मॉइश्चराइज़र के साथ इसे मिला लें। वहीं, विटामिन सी आपको दिन के समय इस्तेमाल करना चाहिए, ताकि आपकी स्किन धूप से सुरक्षित रहे। इसके बाद एसपीएफ लगाना न भूलें।
04. बेन्ज़ॉइल परऑक्साइड + रेटिनोल

यदि आपकी एक्ने-प्रोन स्किन है, तो बेन्ज़ॉइल परऑक्साइड एक गेम-चेंजर साबित हो सकती है। एक्ने
से निपटने के लिए जिस चीज़ का उपयोग किया जाता है वो स्किन को थोड़ा ड्राय करती है। इसी तरह बेन्ज़ॉइल परऑक्साइड स्किन के लिए बहुत ड्राय है। इसे स्पॉट ट्रीटमेंट के लिए इस्तेमाल किया जाता है, क्योंकि यह पिम्पल को तुरंत सुखा देता है। यही कारण है कि इसे रेटिनोल के साथ यूज़ नहीं करना चाहिए।
रेटिनोल को एक्ने ट्रीटमेंट्स के लिए इस्तेमाल किया जाता है और इसका भी वही प्रभाव है, यानी ड्राय करना। ऐसे में जब दोनों को एक साथ मिलाया जाता है तो परिणाम खराब ही होगा।
Written by Suman Sharma on 21st Feb 2022