अगर आप भी जल्द ही मां बनने वाली हैं तो आपके जेहन में स्किन केयर को लेकर कई सारे सवाल होंगे और उलझन होंगी। कौन सा स्किन केयर प्रोडक्ट मुझे इस्तेमाल करना चाहिए, कौन सा नहीं , क्या मेरे बालों के लिए यह ठीक रहेगा। वगैरह वगैरह। अगर आपकी यह पहली प्रेग्नेंसी है तो आपका बहुत खुश होना और बहुत कन्फ्यूज होना लाजिमी है। ऐसे में हम आपके लिए अवार्ड विनिंग डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ गीतिका मित्तल गुप्ता को लेकर आये हैं, जो कि आपके दस सवालों का जवाब देंगी। यह SAAC Luxe (International Skin & Anti-Aging Centre)की फाउंडर हैं और उन्हें इस क्षेत्र में 13 साल का अनुभव है।
- बीबी: गर्भावस्था के दौरान मुंहासों के के इलाज का सबसे सुरक्षित तरीका क्या है?
- बीबी: क्या मैं गर्भावस्था के दौरान अपने बालों को कलर कर सकती हूं?
- बीबी: मैं गर्भावस्था के बाद के बालों के झड़ने को कैसे रोक सकती हूँ ?
- बीबी: क्या मेलास्मा वास्तव में अस्थायी है? मैं इससे कैसे निपटूं?
- बीबी: कुछ ऐसे स्किन केयर टिप्स, जो एक न्यू मॉम को जरूर अपनाने चाहिए ?बीबी: कुछ ऐसे स्किन केयर टिप्स, जो एक न्यू मॉम को जरूर अपनाने चाहिए ?
- बीबी: स्ट्रेच मार्क्स को दूर करने के लिए कुछ घरेलू उपाय?
- बीबी: क्या आप एक नई के लिए स्किन केयर किट कैसा हो, यह बता सकती हैं ?
- बीबी: रात में नहीं सो पाने के कारण होने वाले डार्क सर्कल्स से कैसे छुटकारा पाऊं ?
बीबी: गर्भावस्था के दौरान मुंहासों के के इलाज का सबसे सुरक्षित तरीका क्या है?

डॉ गीतिका: गर्भावस्था के दौरान रेटिनॉल और सैलिसिलिक एसिड लेने की सलाह नहीं दी जाती है। इसलिए यदि आपके चेहरे में कुछ ब्रेकआउट हैं, तो क्लिंडामाइसिन का उपयोग करना बेहतर माना जाता है । साथ ही सब्जियां और फल अधिक मात्रा में खाएं और जितना संभव हो एक स्वस्थ जीवन शैली को बनाए रखने पर ध्यान दें। यदि आपके मुंहासे बढ़ते जा रहे हैं, तो अपने स्किन स्पेशलिस्ट से एक हल्के लैक्टिक एसिड पील के बारे में बात करें कि क्या इसे इस्तेमाल करना आपके लिए सही होगा या नहीं।
बीबी: क्या मैं गर्भावस्था के दौरान अपने बालों को कलर कर सकती हूं?

डॉ गीतिका: स्थायी और सेमी परमानेंट हेयर डाई दोनों अब अधिक टॉक्सिक नहीं होते हैं, फिर भी ये स्किन द्वारा एब्ज़ोर्ब हो सकते हैं । मुझे लगता है कि एक टच-अप कराना सुरक्षित होगा, लेकिन मेरा सुझाव होगा कि हाईलाइटिंग वगैरह अभी अवॉइड करें और फिलहाल इस मोमेंट को एन्जॉय किया जाये।
बीबी: मैं गर्भावस्था के बाद के बालों के झड़ने को कैसे रोक सकती हूँ ?

डॉ गीतिका: एस्ट्रोजन के स्तर में गिरावट से टेलोजेन इफ्लुवियम या हेयर शेडिंग होती है, जिससे गर्भावस्था के बाद बाल झड़ने लगते हैं। ज्यादातर महिलाओं को बालों के पतले होने या अत्यधिक बालों के झड़ने का अनुभव होता है और यह दो से तीन महीने तक रह सकता है। इसके लिए आपको चाहिए कि आप उस वक़्त हेल्दी फैट्स के साथ-साथ, ओमेगा-3-6-9 की खुराक लें । बालों को पतला होने से बचाने के लिए केमिकल ट्रीटमेंट्स से कुछ दिन के लिए दूरी बना लें। साथ ही बालों को अधिक हीट देने से भी बचें। लेकिन फिर भी यदि बालों का गिरना जारी रहता है, तो आप प्लेटलेट रिच प्लाज़्मा या पीआरपी की कोशिश कर सकते हैं जिसमें बालों को फिर से उगाने के लिए आपके स्वयं के रक्त का उपयोग किया जाता है। PRP बालों के लिए बेहद सुरक्षित विकल्प है। एक महीने में इसका एक ही सत्र होता है।
बीबी: क्या मेलास्मा वास्तव में अस्थायी है? मैं इससे कैसे निपटूं?

डॉ गीतिका: 80% महिलाओं को हार्मोनल परिवर्तन के कारण गर्भावस्था के दौरान हाइपरपिग्मेंटेशन का अनुभव होता है। ऐसे में ब्लू या ग्रे-ब्राउन पैच आमतौर पर चेहरे पर नजर आने लगते हैं , जिन्हें आमतौर पर मेलास्मा के रूप में जाना जाता है। यह न्यू मॉम या मॉम टू बी के लिए सबसे बड़ी चिंता का विषय बन जाता है। यह एक्सपेक्टिंग मांओं के लिए अस्थायी हो सकता है, लेकिन कई बार अगर गर्भावस्था के बाद भी यह दूर नहीं होता है तो यह मुसीबत का कारण बन सकता है। पूरी तरह से चिकित्सा और स्किन की जांच के बाद आपकी स्किन एक्सपर्ट आपको कुछ सलाह देंगी।वे आपको हाइड्रोक्विनोन जैसे क्रीम या जेल के साथ लेजर थेरेपी या पील्स सेशंस लेने की सलाह दे सकती हैं । आप लेजर टोनिंग का विकल्प भी चुन सकती हैं, जिससे पिग्मेंटेशन की परेशानी कम हो जाती है। और शरीर से अधिक कोलेजन और इलास्टिन के उत्पादन आसानी से होता है।
बीबी: कुछ ऐसे स्किन केयर टिप्स, जो एक न्यू मॉम को जरूर अपनाने चाहिए ?बीबी: कुछ ऐसे स्किन केयर टिप्स, जो एक न्यू मॉम को जरूर अपनाने चाहिए ?

डॉ गीतिका: यदि आपने अभी-अभी डिलीवरी की है, तो मुझे लगता है कि आपको संतुलन बना कर रखना जरूरी है। पीएच संतुलित फेस वॉश, कम पोटेंसी वाले विटामिन सी सीरम और आई क्रीम का इस्तेमाल करना आपके लिए अच्छा रहेगा। आपको कभी भी सनस्क्रीन छोड़ना नहीं चाहिए। फिजिकल सनस्क्रीन का उपयोग करें, जो एक सफेद परत छोड़ते हैं और इन्हें केमिकल सनस्क्रीन की तुलना में सुरक्षित माना जाता है, क्योंकि वे शारीरिक रूप से सूरज की किरणों को रोकते हैं। इसके अलावा अपनी स्किन की मालिश करना जारी रखें और अपने शरीर को टोन करने के लिए बॉडी बटर और बॉडी ऑयल का उपयोग करें। इसके अलावा, सूजन से बचने के लिए नमक के सेवन को सीमित करें।
बीबी: स्ट्रेच मार्क्स को दूर करने के लिए कुछ घरेलू उपाय?

डॉ गीतिका: जब स्ट्रेच मार्क्स की बात आती है, तो आप घर पर ही कुछ चीजें करना शुरू कर सकती हैं जैसे कि टोपिकल क्रीम और तेल का उपयोग करना शुरू करें, जो आपकी स्किन को हाइड्रेट रखने में मदद करते हैं। इनमें शीया बटर, नारियल तेल, एवोकैडो तेल, हाइलूरोनिक एसिड और अन्य हाइड्रेटिंग तत्व शामिल होते हैं। याद रखें, अधिकतर आपकी स्किन में खुजली ड्राइनेस के कारण होती है। ऐसे में नारियल तेल और विटामिन ई कैप्सूल खुजली को रोकने में मदद करते हैं। ये विशेष रूप से बहुत ड्राई स्किन वाली महिलाओं के लिए अच्छा होता है। स्ट्रेच मार्क्स को ठीक करने के लिए लेजर उपचार, व पीलिंग भी करा सकती हैं।
बीबी: क्या आप एक नई के लिए स्किन केयर किट कैसा हो, यह बता सकती हैं ?

डॉ गीतिका: शिया बटर, मोरिंगा ऑयल बॉडी बटर, ब्राज़ील नट बटर के साथ-साथ कोल्ड प्रेस्ड ऑयल, जो आपकी त्वचा को हाइड्रेट रखने के लिए अच्छा होता है और कुछ लैवेंडर एसेंशियल ऑयल हैं, जिससे मम्मियों को बेहतर नींद मिल सके।
बीबी: रात में नहीं सो पाने के कारण होने वाले डार्क सर्कल्स से कैसे छुटकारा पाऊं ?

डॉ गीतिका: आंखों के नीचे कालापन दरअसल, आंखों के नीचे काले धब्बे होते हैं। यह आमतौर पर आंखों के नीचे ऑक्सीजन युक्त रक्त के कारण बनता है। आनुवंशिकी, एलर्जी, नींद की कमी या कभी-कभी एनीमिया के कारण भी आपके काले घेरे हो सकते हैं। पहले यह महत्वपूर्ण है कि काले घेरे पैदा करने वाली किसी भी कमियों को जानने के लिए एक बार पूरी तरह से अपनी जांच कराएं और कारण पता लगाएं। यह जानना जरूरी है कि आपकी अंडर आई अच्छी तरह से हाइड्रेटेड है या नहीं। फिर इसके बाद आई क्रीम लगाने से शुरुआत करें। घर पर बने स्किनकेयर रूटीन, जिसमें आँखों की क्रीम शामिल हो सकती है, मैं आपको निम्नलिखित उपचारों के लिए विकल्प चुनने की सलाह दूँगी

केमिकल पील्स : विभिन्न प्रकार के एएचए और बीएचए पील्स होते हैं, जो स्किन की बनावट, पिगमेंटेशन और अंडर-आई के आस-पास के काले धब्बों को सुधारने में मदद करते हैं।
माइक्रोडर्माब्रेशन: एक नॉन इनवेसिव प्रक्रिया, जो डेड स्किन सेल्स की सतही परत को हटाने में मदद करने के लिए छोटे क्रिस्टल या अन्य एक्सफोलिएंट का उपयोग करती है। यह छिद्रों को कम करने, ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ावा देने और पिगमेंटेशन को कम करने में मदद करता है।
डर्मल फिलर्स: डर्मल फिलर इंजेक्टेबल्स होते हैं, जो त्वचा को मोटा और हाइड्रेट करने और कोलेजन और इलास्टिन को नया करने के लिए उपयोग किए जाते हैं। हयालूरोनिक एसिड के साथ, ये फिलर्स काले घेरे को कम करने में भी मदद करते हैं। इमेज कर्ट्सी: Instagram/drgeetika
Written by Suman Sharma on 20th Mar 2021