एक्सपर्ट से जानें क्यों ज़रूरी है इंटिमेट हाइजीन
कई महिलाओं के लिए उनके शरीर के अंतरंग हिस्सों यानी इंटिमेट हिस्सों की सफाई महत्वपूर्ण होती है, लेकिन कई महिलाएं इसे विकल्प के रूप में देखती हैं और वो इसके बारे में ज़्यादा ध्यान नहीं देती हैं। यह सच है कि आपकी योनि (VAGINA ) पहले से ही साफ़ रहती है और उसे हमेशा साफ करने की ज़रूरत नहीं है, लेकिन अगर इसके बाजवूद वह यह संकेत दे कि उसको सफाई की जरूरत है, तो ऐसे में आपको इसके एक्सपर्ट से बातचीत करनी चाहिए।
इंटिमेट वॉश क्या है और क्या हैं इसके फायदे?
डॉ मृणाल शाह मोदी कहती हैं,"इंटिमेट वॉश से आपकी योनि यानी वेजाइना को नेचुरल पीएच मेंटेन करने में मदद करती है और इससे महिलाओं का इंटिमेट एरिया हेल्दी रहता है। वेजाइनल पीएच लेवल कई बार साबुन और डिटर्जेंट, जिससे अंडरवियर धोये जाते हैं, उसके कारण बिगड़ जाते हैं और ख़राब खान पान की आदत के कारण भी यह असंतुलित हो जाता है. ऐसे में इंटिमेट वॉश वेजानल पीएच को बरक़रार रखने में मदद करती है और उस एरिया में जलन या खुजली की परेशानी से भी छुटकारा मिलता है। इससे बैक्टीरियल या फंगल इंफेक्शन के कारण उस एरिया में जो दुर्गंध, इन्फेक्शन या फिर किसी भी तरह सूजन हो तो वह खत्म हो जाता है। "
कैसे चुनें सही इंटिमेट वॉश

क्या आप जानते हैं कि जहां आपकी स्किन पीएच लेवल 5. 5 मेंटेन करती है, वहीं इंटिमेट एरिया में पीएच लेवल 3.5 से 4.5 के बीच होता है और यहीं से इंटिमेट एरिया की हाइजीन को मेंटेन रखने की चुनौती शुरू होती है। ऐसे में इंटिमेट वॉश आपकी मदद करती है, लेकिन उसमें ज़रूरी है कि आप सही चुनाव करें।
डॉ मोनिशा अरविन्द कहती हैं ," कोई भी इंटिमेट वॉश के प्रोडक्ट का चुनाव करते हुए इस बात का ध्यान रखें कि क्लींज़र माइल्ड हो, हाईपोएलर्जेनिक हो और उसमें न्यूट्रल पीएच हो। लेबल चेक करें कि ये इंग्रेडिएंट्स ज़रूर हों, जैसे- लैक्टिक एसिड, ग्लिसरीन, विटामिन ई और नेचुरल अल्टेरनेटिव जैसे ग्रीन टी आदि। इसमे ऐसे गुण होना चाहिए, जो दुर्गन्ध को कम करे, मॉइस्चर को बरक़रार रखे और माइक्रोफ्लोरा को नष्ट न होने दे। ध्यान रखें कि साबुन या डिटर्जेंट का इस्तेमाल न करें, क्योंकि इंटिमेट एरिया के पीएच लेवल को ख़राब करती है और मइक्रोफ्लोरा नष्ट कर देती है।
कैसे करें इंटिमेट वॉश

किसी भी दूसरे स्किन केयर प्रोडक्ट की तरह ही इसके लिए भी राय दी जाती है कि इस्तेमाल करने से पहले इसका एक पैच लगा कर देखें, इससे आपको यह स्पष्ट हो जाएगा कि इससे आपको एलर्जी तो नहीं हो रही है। यह भी ध्यान रखने की बात है कि इंटिमेट वॉश हमेशा वेजाइनल हिस्से के एक्सटर्नल यानी बाहरी हिस्से में ही होना चाहिए।
इंटिमेट वॉश प्रोडक्ट की बहुत ही कम मात्रा लेकर इससे वेजाइनल एरिया की सफाई करें, शौचालय या फिर शॉवर के दौरान इसका उपयोग करें, इसे धीरे-धीरे लगाएं और फिर साफ़ पानी से इसे धो लें। फिर उस हिस्से को सूखने दें, जैसा कि पहले उल्लेख किया गया है कि इंटिमेट वॉश आपकी नियमित दिनचर्या की हाइजीन के लिए एक और अहम स्टेप हो सकता है। इसलिए इसे हद से ज़्यादा करने की ज़रूरत नहीं है, क्योंकि इंटिमेट एरिया में इंटिमेट वॉश के अधिक उपयोग से उस एरिया में ड्रायनेस और जलन हो सकती है।
इंटिमेट वॉश करते हुए क्या-क्या सावधानी रखें

अगर आप इंटिमेट वॉश का चयन कर रहे हैं तो, इसे पूरी सावधानी से चुनें। डॉ निकिता सोनवणे के अनुसार “इंटिमेट वॉश का उपयोग दुर्गंध मिटाने के लिए कभी न करें। इससे खुजली और सूजन की समस्या शुरू हो सकती है और आपके वेजाइना से अत्यधिक स्राव हो सकता है। वेजाइनल वॉशेज़ कभी भी इन्फेक्शन जैसी परेशानियों से छुटकारा नहीं दिलाते हैं। इसलिए ऐसे में आपको डर्मेटोलॉजिस्ट से या फिर किसी स्त्री रोग विशेषज्ञ से मिलना चाहिए और सही उपचार लेना चाहिए।“
वह आगे कहती हैं, “वेजाइना में यीस्ट और बैक्टेरिया का नाजुक संतुलन होता है, जिसका एक नैचुरल प्रोटेक्टिव फंक्शन है। साथ ही वेजाइना का नैचुरल स्राव का अपना सेल्फ क्लींज़िंग रोल होता है। वेजाइनल वॉशेज़ से कई बार यह बैलेंस गड़बड़ा जाता है, जिससे इन्फेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा मैंने देखा है कि कई बार महिलाओं के प्राइवेट पार्ट्स पर इरिटेंट कॉन्टैक्ट डर्मेटाइटिस बढ़ हैं।“
वह सलाह देती हैं कि सोप फ्री पीएच न्यूट्रल बॉडी वॉश का ही इस्तेमाल करें। अगर आप शावर के बाद हफ्ते में इसे एक या दो बार भी कर रही हैं तो काफी है। पीरियड के दौरान आपको ऑर्गेनिक बॉडी वाश का इस्तेमाल करना चाहिए और सेनेटरी पैड बदलते हुए आप सफाई कर सकती हैं।
“साथ ही इसे सादे पानी से धोना चाहिए और जब भी आप टॉयलेट करें, उस हिस्से को अच्छी तरह से सूखने दें" डॉ निकिता अच्छी और हेल्दी इंटिमेट एरिया की हाइजीन के लिए यही सलाह देती हैं।
Written by Suman Sharma on Nov 03, 2020