कोविड 19 के संक्रमण के दौरान हम सभी अपने घरों के भीतर लॉकडाउन हैं और सभी के जीवन में बहुत बदलाव आ गया है. हम इस बदलाव से तालमेल बिठाने की कोशिश कर रहे हैं; फिर चाहे वो घर से काम करना हो या घर के भीतर शारीरिक रूप से कम ऐक्टिव रह पाने के कारण अपनी डायट में बदलाव करना हो. पर सबसे ज़्यादा बदलाव मैंने अपने ब्यूटी रूटीन में महसूस किया. जहां मैं ज़्यादा फ़ेस मास्क्स लगा पा रही थी, वहीं स्किनकेयर रूटीन के कुछ स्टेप्स को छोड़ देने में मुझे कोई बुराई नज़र नहीं आ रही थी. और उनमें से एक था सनस्क्रीन का इस्तेमाल- आख़िर घर के भीतर होने पर अधिकतर लोग इसे नहीं लगाते हैं.

 

क्या घर के भीतर रहते हुए भी सनस्क्रीन लगाना चाहिए?

क्या घर के भीतर रहते हुए भी सनस्क्रीन लगाना चाहिए?

अब जबकि हमें हफ़्तों तक घर के भीतर ही रहना है, हम इस बात को आपके सामने बिल्कुल साफ़ कर देना चाहते हैं कि आपको हर समय सनस्क्रीन लगाना चाहिए; चारदीवारी के भीतर रहते हुए भी. ये एक बड़ी भ्रांति है कि घर के भीतर रहने पर हमें सूरज की किरणों से कोई नुक़सान नहीं पहुंचता है.

सच्चाई ये है कि आपके घर की कांच की खिड़कियां सूरज से आने वाली यूवीबी किरणों को तो रोक लेती हैं, लेकिन यूवीए किरणों को नहीं रोक पातीं. यूवीए किरणें आपकी त्वचा के भीतर गहरे तक पहुंच सकती हैं, जिसका प्रभाव आपको सनबर्न की तरह महसूस नहीं होगा, लेकिन ये किरणें फ़ोटो-एजिंग में अपना योगदान देती हैं. इसका मतलब है धीरे-धीरे डार्क स्पाट्स, झुर्रियों और समय से पहले उम्र के बढ़ते निशानों का दिखाई देना.

बीब्यूटिफ़ुल की सलाह: लैक्मे पीच मिल्क मॉइस्चराइज़र एसपीएफ़ 24 पीए++

 

चारदीवारी के बीच रहते हुए सनस्क्रीन कैसे लगाना चाहिए?

चारदीवारी के बीच रहते हुए सनस्क्रीन कैसे लगाना चाहिए?

जो बात हम बता रहे हैं वह ख़ासतौर पर तब तो और भी सच है जबकि आपका वर्कस्टेशन खिड़की के बाजू में हो या फिर आपके घर में ढेर सारी सूरज की रौशनी आती हो. इसका ये मतलब नहीं है कि आप अपने घर में एसपीएफ़ 50 वाली सनस्क्रीन लगाकर काम करें; बिल्कुल ऐसे जैसे कि आप किसी बीच डे आउट पर करती हैं. इसकी ट्रिक ये है कि आप रोज़ नियम से अपनी त्वचा को सनस्क्रीन का हल्का सा स्पर्श दें. किसी हाइड्रेटिंग मॉइस्चराइज़र का चुनाव करें, जिसमें सुरक्षा देने वाले इन्ग्रीडिएंट्स हों. यदि आप घर पर रहते हुए सनस्क्रीन लगाने से बचेंगी तो समय से पहले उम्रदराज़ नज़र आने लगेंगी और इससे त्वचा से जुड़ी दूसरी समस्याएं भी हो सकती हैं.

यही बात आपके शरीर के लिए भी सही है. चूंकि हम घर पर हैं, ज़ाहिर है शॉर्ट्स और टैंक टॉप्स में ही सहजता से रहेंगे. पर इससे आपके शरीर के खुले हुए हिस्सों को सूरज से होने वाले नुक़सान का ख़तरा भी तो बढ़ जाएगा. अत: एसपीएफ़ वाला बॉडी लोशन चुनें और बस, आपका काम बन जाएगा.

ये भी जान लें कि जब आप घर से बाहर जा रही हों तो हर दो-तीन घंटे में सनस्क्रीन को दोबारा अप्लाइ करते रहना ज़रूरी है. इसे कितने समय बाद दोबारा लगाना है यह इस पर निर्भर करता है कि आपको कितना पसीना आता है. जब आप घर पर हों तो भी इस बात को ध्यान में रखते हुए आप सनस्क्रीन को बार-बार अप्लाइ करती रहें. अच्छी सुरक्षा के लिए ब्रॉड स्पेक्ट्रम एसपीएफ़ का चुनाव करें और दिन में दो बार इसे इस्तेमाल करें.

बीब्यूटिफ़ुल की सलाह: वैसलीन हेल्दी ब्राइट डेली ब्राइटनिंग बॉडी लोशन