चेहरे पर हमेशा रौनक बरकरार रहे, हमारी त्वचा हमेशा दमकती रहे, हम यहीं तो चाहते हैं। ऐसे में चेहरे का ख़ास ख़याल रखना भी ज़रूरी है। यही वजह है कि इन दिनों घरेलू नुस्खों के साथ-साथ ऐसे कई फेशियल ट्रीटमेंट के विकल्प भी हमारे पास मौजूद हैं, जिनके साइड इफेक्ट्स भी नहीं होते और वह हमारे चेहरे की चमक बरक़रार रखते हैं. ऐसे ही फेशियल ट्रीटमेंट में से एक केमिकल पील्स, जिसके बेहतरीन रिजल्ट के कारण इसकी डिमांड इन दिनों बढ़ गई है। जब बात हमारी त्वचा की आती है तो उसे लेकर अधिक कॉन्शस भी रहते हैं और किसी भी ट्रीटमेंट पर विश्वास करने से पहले हमारे मन में काफी डाउट्स होते हैं, कई सवाल होते हैं, जिनके बारे में हम जानना चाहते हैं, तो बस आपके सारे प्रॉब्लम के सॉल्यूशन के लिए हमने मशहूर विशेषज्ञ एमडी डीवीएल, पीडीएफसी एस्थेटिक डर्मेटोलॉजिस्ट और ऐरोमा स्किन, हेयर और लेज़र क्लिनिक की को -फाउंडर डॉ मोनिशा अरविंद से विस्तार से बातचीत की। उन्होंने केमिकल पील्स ट्रीटमेंट पूरी बारीकी से बताया है। तो आइये विस्तार से जानते हैं इसके बारे में, ताकि इस ट्रीटमेंट को कराने से पहले आपके मन में कोई संदेह न रह जाए।
- केमिकल पील्स के प्रकार
- केमिकल पील ट्रीटमेंट लेने से पहले जानें कुछ रिस्क फैक्टर के बारे में
- केमिकल पील ट्रीटमेंट से पहले त्वचा को कैसे करें तैयार
- केमिकल पील के बाद कैसे करें त्वचा की देखभाल
- केमिकल पील कितनी बार कराएं
केमिकल पील्स के प्रकार

केमिकल पील्स की खासियत यह है कि यह हर एक व्यक्ति की त्वचा की ज़रूरत के अनुसार इस्तेमाल किया जा सकता है। इनके मुख्य रूप से ये प्रकार हैं।
- सुपरफिशियल पील्स : डॉ मोनिशा कहती हैं कि सुपरफिशियल पील्स मुख्य रूप से न केवल हमारी त्वचा को फिर से निखार देता है, बल्कि यह टैन हटाने का भी काम करता है, साथ ही त्वचा की ख़ूबसूरती भी बरक़रार रखता है। इसे पार्टी पील्स के रूप में भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे किसी भी तरह का नुकसान नहीं होता और साथ ही यह आपकी त्वचा में इंस्टेंट ग्लो लाता है। चूंकि इनमें जो तत्व इस्तेमाल किये हैं हैं, वह हानिकारक केमिकल नहीं होते। इसमें इस्तेमाल किये जाने वाले कुछ तत्व हैं, ग्लाइकोलिक एसिड, लैक्टिक एसिड, फेरुलिक एसिड, पाइरूविक एसिड और विटामिन सी। इन्हें त्वचा की ज़रूरत के अनुसार कभी अलग-अलग तो कभी मिक्स करके इस्तेमाल किया जाता है।
- मीडियम डेप्थ पील्स : टीसीए, ग्लाइकोलिक एसिड, सलिसिलिक एसिड, रेटिनॉल, फिनॉल ऐसे तत्व हैं, जिनका इस्तेमाल मुख्य रूप से मीडियम डेप्थ पील्स के लिए किया जाता है। ये सारे तत्व सुपरफिशियल पिग्मेंटेशन, जैसे मेलस्मा( भूरे रंग के दाग-धब्बे), फ्रेकल्स ( चित्ती या दाग-धब्बे), पोस्ट एक्ने (मुंहासों के दाग) या पोस्ट इंफ्लेमेट्री पिग्मेंटेशन से निजात दिलाने में सहायक होते हैं। यहीं नहीं ये त्वचा की टैनिंग दूर करने में, फिर उसे स्मूद बनाने में भी सहायक होते हैं। साथ ही झुर्रियों को कम करने और इवन स्किन टोन देने में भी काफी मददगार साबित होते हैं।
- डीप पील्स : डीप पील्स का इस्तेमाल मुख्य रूप से हायपर पिग्मेंटेशन और झुर्रियों को मिटाने के लिए किया जाता है, इसमें मात्रा का विशेष ध्यान रखा जाता है। टीसीए, फिनॉल और कॉसमेलन खासतौर से डीप पील्स के लिए इस्तेमाल किये जाते हैं और ऐक्ने की समस्या को रोकने के लिए इन सबके साथ थोड़ा सा सैलिसिलिक एसिड मिलाया जाता है। डीप पील्स त्वचा के लिए बेहद फायदेमंद होता है, यह न सिर्फ़ त्वचा की परेशानियों को दूर करता है, बल्कि इससे फ़ायदे फौरन दिखने के साथ-साथ लंबे समय तक दिखेंगे।
केमिकल पील ट्रीटमेंट लेने से पहले जानें कुछ रिस्क फैक्टर के बारे में

यह सच है कि केमिकल पील्स के अनगिनत फायदे हैं, लेकिन इसके साथ ही साथ इसके रिस्क फैक्टर को भी जान लेना जरूरी है, ताकि बाद में आपको किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े. इस बारे में डॉ मोनिशा सलाह देते हुए कहते हैं कि इस ट्रीटमेंट को लेने से पहले आपको कुछ बातों के लिए सावधानी रखनी ही चाहिए , जैसे इस बात का ख़याल रखना जरूरी है कि अगर आप किसी इंफेक्शन, जैसे दाद जैसी किसी समस्या से जूझ रहें तो हो सकता है कि इस ट्रीटमेंट के बाद वह और बढ़ जाय। अगर आप में केलोड्ल टेंडेंसी यानि किसी चोट के निशान लंबे समय तक रह जाना या खुजली या किसी भी तरह की इंफेक्शन की प्रॉब्लम है तो बेहतर होगा, आप इस ट्रीटमेंट के लिए न जाएं। साथ ही यह बेहद जरूरी है कि इस ट्रीटमेंट के बाद पोस्ट केयर स्टेप्स, जो भी बताये जाएं, उन्हें ज़रूर फॉलो करें, वरना आप मुसीबत में पड़ सकते हैं। इस बात का बिल्कुल ख़याल रखें कि इस ट्रीटमेंट से आपकी त्वचा पोर्स खुल जाते हैं, इसलिए इसके बाद आपको ज़रूरत है एक्स्ट्रा केयर की।
केमिकल पील ट्रीटमेंट से पहले त्वचा को कैसे करें तैयार

इस बात का ख़ास ख़याल रखें कि बिना किसी तैयारी के केमिकल पील सेशन लेना भारी पड़ सकता है, इसलिए ज़रूरी है कि आप सेशन लेने के दो से चार हफ़्ते पहले से ही अपनी त्वचा को तैयार करें. डॉ मोनिशा इसके लिए नियमित स्किन रूटीन फॉलो करने की सलाह देती हैं। उनके अनुसार क्लींज़र से लेकर नाइट क्रीम तक, सब कुछ सही तरीके से लगाया जाना ज़रूरी है। इससे आपकी त्वचा पूरी तरह से इस पील ट्रीटमेंट के लिए तैयार रहेगी और साथ ही बाद में किसी भी तरह का पोस्ट पील पिग्मेंटेशन भी नहीं होगा। आप सैलिसिलिक एसिड या एएचए युक्त क्लींज़र यूज़ करें, इसके बाद विटामिन सी, ई, ह्यालूरोनिक एसिड युक्त सीरम लगाएं और अंत में मॉइश्चराइज़र लगाएं, ताकि त्वचा में नमी बनी रहे।
त्वचा को मेंटेन करने में सनस्क्रीन का एक बहुत महत्वपूर्ण रोल होता है। इसलिए घर से बाहर निकालने से पहले सनस्क्रीन ज़रूर लगाएं। नाइट टाइम स्किन केयर रूटीन के लिए ऐसी क्रीम लें जिसमें रेटिनोल, ग्लायकोलिक एसिड, कोजिक एसिड, हायड्रोक्विनोन, एरबूटिन आदि हो, ये आपके फ़ेस पर कमाल का काम करेंगी। पील के लिए स्किन को पहले से तैयार करने से स्किन में पील गहराई तक अंदर जाकर अपना काम करेगा और ट्रीटमेंट के बाद आपको पिग्मेंटेशन नहीं होंगे।
केमिकल पील के बाद कैसे करें त्वचा की देखभाल

- अपने केमिकल पील सेशन से आपकी त्वचा को अधिक से अधिक फायदा हो, इसके लिए बेहद जरूरी है कि आप पील सेशन के बाद अपनी त्वचा का ख़ास ख़याल रखें।
- जेंटल यानी लाइट फेश वॉश का इस्तेमाल करें। जी हां, यह बेहद ज़रूरी है कि आप अपनी त्वचा पर एक जेंटल फेश वॉश का इस्तेमाल करें। ऐसा फेश वॉश न लगाएं, जिनमें काफी एक्टिव इंग्रीडिएन्ट्स हों, पोस्ट-पील के लिए यह हानिकारक हो सकते, इसके अलावा ऐसे मॉइस्चराइज़र का इस्तेमाल करें, जो आपकी त्वचा की नमी बरक़रार रखे और साथ ही साथ आपके चेहरे को किसी भी तरह की खुजली, झुनझुनी या फिर किसी भी तरह के सेंसेशन से बचाये।
- एक और बात का ख़ास ख़याल रखना ज़रूरी है कि पील करने के बाद आपकी त्वचा काफी सेंसिटिव हो जाती है, खासतौर से सूर्य की किरणों से। इसलिए जरूरी है कि धूप में जाने से पहले सनस्क्रीन जरूर लगाएं, साथ ही हर दो घंटे पर आपको सनस्क्रीन अपने चेहरे पर लगाते रहना है। यहीं नहीं अगर आप बाहर न भी जा रहे हैं, तब भी आपको सनस्क्रीन लगाना है। कोशिश करें कि जितना हो सके, धूप में जाने से बचें, कुछ दिन एक्सरसाइज या पसीने बहाने वाले काम न करें।
- अपनी त्वचा पर गर्म पानी का इस्तेमाल न करें और न ही किसी भी तरह के स्क्रब से चेहरे को रगड़ें, साथ ही अपनी त्वचा को टेम्पटेशन से भी बचाएं।
- ऐसे प्रोडक्ट्स जिनेमिन रेटिनॉल, रेटिनॉइड्स, सलिसिलिक एसिड, ग्लाइकॉलिक एसिड जैसे तत्व हों, वैसे प्रोडक्ट्स एक हफ्ते तक न ही प्रयोग करें, क्योंकि ये तत्व आपकी पील वाली त्वचा को नुकसान पहुंचा सकते हैं और फिर उसके उपचार में लंबा समय लग सकता है।
केमिकल पील कितनी बार कराएं

केमिकल पील के अच्छे परिणाम पाने के लिए जरूरी है कि इसे ज़्यादा न कराया जाए और न ही कम। डॉ मोनिशा इस बारे में बताती हैं कि यह पूरी तरह से निर्भर करता है ट्रीटमेंट पर। आमतौर पर केमिकल पील्स के 6 से 8 सेशंस के सायकल होते हैं, जिन्हें दो हफ्तों के अंतराल में कराया जाता है। लेकिन जब डीप पील्स कराया जाता है तो यह केवल छह महीने में एक बार या फिर साल में एक बार ही करना चाहिए। और जहां तक इसके मेंटेनेंस की बात है, तो हर दूसरे महीने में भी इसे किया जा सकता है।
अब जहां तक बात आती है, इसकी फीस की तो, अमूमन सिंगल पील का खर्च 2500 रुपये आता है, वहीं अगर कॉम्बिनेशन पील के लिए जा रहे हैं तो इसका खर्च 5000 रुपये तक आता है। वहीं डीप पील कराते हुए आप कौन सा पील चुन रहे हो, इस पर भी फीस निर्भर होती है।
Written by Suman Sharma on 15th Sep 2020