एक्ने प्रोन स्किन से अगर आप छुटकारा पाना चाहती हैं तो, सैलिसिलिक एसिड एक ऐसा तत्व है, जो डेड सेल्स को स्किन की सतह से हटाता है, आपके पोर्स को डीप क्लींज करता है और ब्रेकआउट की समस्या को भी रोकता है। यह ऑयली स्किन के लिए बहुत फायदेमंद है। इसमें मौजूद बीएचए यानी बीटा हाइड्रोक्सी एसिड आपके ब्लैक हेड्स और व्हाइट हेड्स हटाते हैं। यह अतिरिक्त ऑयल को कम करता है और उन बैक्टेरिया को हटाता है, जिससे एक्ने होते हैं। यही नहीं, यह जलन में भी ठंडक देता है। हाँ, लेकिन यह स्किन पर थोड़ा हार्श यानी कठोर होता है। इसलिए बेहतर है कि आप कुछ इसके माइल्डर विकल्पों के बारे में सोचें। हम यहां आपको कुछ ऐसे विकल्पों के बारे में बता रहे हैं, जो सैलिसिलिक एसिड से बेहतर हो।
- 01. डबल ड्यूटी बेंज़ोइल परऑक्साइड
- 02 . बैक्टेरिया रेपलिंग टी ट्री ऑयल
- 03 . स्किन को ठंडक पहुंचाने वाला एलन्टॉइन
- 04 . ग्लाइकोलिक एसिड खोले पोर्स को
- 05 . सैलिसिलिक-कॉम्प्लिमेंटिंग सल्फर
01. डबल ड्यूटी बेंज़ोइल परऑक्साइड

यह एक्ने की समस्या के लिए बेहतरीन उपाय है, बेंजोइल परऑक्साइड बैक्टीरिया को बढ़ने से रोकता है और पोर्स को पूरी तरह से खोलता है, जिससे एक्ने की समस्या कम होती है। यह स्किन से डेड स्किन सेल्स हटाने का भी काम करता है, साथ ही अतिरिक्त ऑयल प्रोडक्शन को भी कंट्रोल करता है। बस आप इसका जब इस्तेमाल शुरू करें, तो इस बात का ख्याल रखें कि आपकी स्किन ड्राई न हो, इसलिए बेहतर होगा कि लोअर कंसन्ट्रेशन का इस्तेमाल आपकी स्किन के लिए बेहतर होगा। यह पोस्टल्स, पॉपुलेस, सिस्ट्स और नूडल्स को ठीक करने में सहायक होता है।
02 . बैक्टेरिया रेपलिंग टी ट्री ऑयल

ब्रेकआउट रेप्लिकेंट के रूप में, यह ऑयल एंटी बैक्टेरियल और एंटी सैप्टिक गुणों से भरपूर है। यह ब्रेक आउट्स को कंट्रोल करता है, दाग-धब्बों को घटाता है, रेडनेस को कम करता है, साथ ही अगर चेहरे में पहले से मुंहासे हैं, तो उनको भी ठीक करता है। यह बेंजॉइल पेरोक्साइड से कम शक्तिशाली है , लेकिन यह माइल्ड और मॉडरेट स्किन की सिचुएशन के लिए बेहतर है। इस बात को याद रखें कि इसको स्किन पर लगाने से पहले, इस ऑयल को डाइल्यूट यानी पतला कर लें। इसे इस्तेमाल करने से पहले अपने हाथों पर इसका पैच टेस्ट जरूर लें।
03 . स्किन को ठंडक पहुंचाने वाला एलन्टॉइन

एलन्टॉइन न सिर्फ आपकी स्किन को ठंडक व सुकून पहुंचाता है, बल्कि यह आपके ब्रेक आउट्स को भी अच्छी तरह से हील करता है, यानी ठीक करता है। खासतौर से तब, जब दूसरा ब्रेक आउट्स बढ़ रहा होता है, तब। यह स्किन के लिए मॉइस्चराइजिंग और एक्सफोलिएटिंग करने का काम करता है। साथ ही यह मल्टी पर्पस स्किन केयर सेवियर है। यह स्किन से खुजली की परेशानी, जलन की परेशानी और दाग-धब्बों की परेशानी को खत्म करता है। साथ ही एक्ने से होने वाली रेडनेस को भी कम करता है।
04 . ग्लाइकोलिक एसिड खोले पोर्स को

एंटी बैक्टेरियल और एंटी ऑक्सीडेंट्स के गुणों से भरपूर यह एक अल्ट्रा मॉइश्चराइजिंग ग्लाइकोलिक एसिड है, जो आपकी स्किन की सबसे बाहरी सतह पर एक बैरियर या सुरक्षा कवच का काम करता है। साथ ही डेड सेल्स को भी हटाता है। इसका पीलिंग इफेक्ट एक्ने प्रॉन स्किन के लिए बहुत अच्छा होता है, क्योंकि यह गंदगी, ऑयल और जमी हुई धूल मिटटी को हटाता है। यह भविष्य में आपकी स्किन पर ब्रेक आउट्स होने से बचाता है।
05 . सैलिसिलिक-कॉम्प्लिमेंटिंग सल्फर

अगर आपकी स्किन सैलिसिलिक एसिड पर बेहतर तरीके से रिस्पॉन्स नहीं देती है, तो आप एसिड के साथ सल्फर मिला कर इसे स्किन पर इस्तेमाल कर सकते हैं। सल्फर अतिरिक्त ऑयल को हटाता है और स्किन सेल्स के टर्नओवर को ज्यादा तेजी से बढ़ाता है।
Written by Suman Sharma on 31st Dec 2021