स्लिम-ट्रिम फिगर कौन नहीं चाहता और उससे भी ज़्यादा चाह होती है फ्लैट टमी यानि पतले पेट की। इन सबके लिए सिर्फ डायट करना ही काफी नहीं है, बल्कि थोड़ा वर्कआउट की ही ज़रूरत है। आप भी अपना पेट कम करना चाहती हैं तो आपके लिए योग से अच्छा कुछ नहीं है। जी हां, जो लोग मोटापे के साथ-साथ, पेट निकलने की परेशानी से जूझ रहे होते हैं या कई कोशिशों के बावजूद उनका पेट कम नहीं हो रहा है तो ऐसे में योग उनके लिए किसी वरदान से कम नहीं होता है, तो आइये जानते हैं कि कौनसे हैं वो आसन, जो हटाये पेट की चर्बी।

 

1. ताड़ासन

ताड़ासन

योग की खास बात यह है कि अगर यह सही तरीके से सांस लेते और छोड़ते हुए किया जाए, तो काफी फ़ायदेमंद होता है। ताड़ासन पेट कम करने में सहायक होता है।

विधि: इस आसान में अपनी एड़ियों और हाथों को ऊपर खड़ा करते हुए, पूरे शरीर को आसमान की ओर खींचने की कोशिश करें। शरीर में जितना खिंचाव कर सकते हैं करें। इस योगासन को करने से पेट की अतिरिक्त चर्बी कम हो जाती है। यह उन लोगों के लिए काफी अच्छा है, जिनको घुटनों और पैरों में दर्द रहता है। लेकिन अगर आपको लो ब्लड प्रेशर है तो डॉक्टर से सलाह ले कर ही यह आसान करें।

 

2. परिवृत्त पार्श्वकोणासन

परिवृत्त पार्श्वकोणासन

विधि: योगा मैट पर सीधे खड़े हो जाएं। अब ताड़ासन पोज़ में खड़े हो जाएं। एक गहरी सांस लें और दोनों पैरों को फैला लें, दोनों पैरों के बीच कम से कम 4-5 फीट की दूरी रखें। अब सांस को बाहर छोड़ते हुए अपने दाएं पैर के पंजे को 90 डिग्री और बाएं पैर को 60 डिग्री घुमाएं। फिर दाएं पैर को घुटने से 90 डिग्री मोड़ें और जांघ को फर्श एक समान्तर ले आयें। बाएं पैर को सीधा करें और उसको फैला लें। इसके बाद सांस को बाहर छोड़ते हुए अपने धड़ यानि शरीर के ऊपरी हिस्से को दाएं पैर की दिशा में मोड़ें। अब अपने बाएं हाथो को दाएं पैर के घुटने से बाहर की ओर लाएं और उसे फर्श पर रखे लें। इसके बाद अपने दाएं हाथों को सिर के ऊपर से सीधा कर लें। कुछ सेकंड के लिए इस स्थति में रहें। फिर यह पूरी क्रिया दूसरे पैर से करें।

यह आसन पेट की चर्बी के साथ कमर और थाइज़ की चर्बी भी कम करता है। अगर घुटनों और कमर में आपको दर्द की शिकायत है, तो आपको इस आसन को करने से पहले, डॉक्टर की सलाह ले लेनी चाहिए।

 

3. त्रिकोणासन

त्रिकोणासन

विधि: सावधान की मुद्रा में सीधे खड़े हो जाएं। अब एक पैर उठाकर दूसरे से डेढ़ फुट के फासले पर समानांतर ही रखें। अब सांस भरें और दोनों बाजुओं को कंधे की सीध में लाएं। अब धीरे-धीरे कमर से आगे झुके। फिर सांस बाहर निकालें। अब दाएं हाथ से बाएं पैर को स्पर्श करें। बाईं हथेली को आकाश की ओर रखें, बाजू सीधी रखें और बाईं हथेली की ओर देखें। दो या तीन सेकंड तक सांस रोकें। अब सांस छोड़ते हुए धीरे-धीरे शरीर को सीधा करें। फिर सांस भरते हुए पहले वाली स्थिति में खड़े हो जाएं। इसी तरह सांस निकालते हुए कमर से आगे झुके। अब बाएं हाथ से दाएं पैर को स्पर्श करें और दाईं हथेली आकाश की ओर कर दें और हथेली को देखें। दो या तीन सेकंड रुकें और सांस रोकें। अब सांस छोड़ते हुए धीरे-धीरे शरीर को सीधा करें। फिर सांस भरते हुए पहले वाली स्थिति में खड़े हो जाएं। इसी तरह कम से कम पांच बार इस आसन का अभ्यास करें।

यह आसान आपके पेट को सुडौल बनाने में काफी सहायक होता है, साथ ही कमर दर्द की परेशानी से लाभ मिलता है। जो लोग अधिक रक्तचाप से परेशान हैं, उन्हें इस आसन को करने से बचना चाहिए। साथ ही, जिन्हें साइटिका और स्लिप डिस्क की परेशानी है, उन्हें भी इस आसन को नहीं करना चाहिए।

 

4. सूर्य नमस्कार

सूर्य नमस्कार

सूर्य नमस्कार कई तरह की बीमारियों से आराम दिलाता है । खासतौर से शरीर को चुस्त और तंदरुस्त रखने के लिए सूर्य नमस्कार बहुत फ़ायदेमंद होता है। सूर्य नमस्कार एक ऐसा आसन है , जिसमें शरीर के सभी अंग काम करते हैं । पेट कम करने के लिए इससे बेहतर और कोई आसन नहीं है। सूर्य नमस्कार में कई तरह के आसन शामिल हैं, जैसे- प्रणाम आसन, हस्तउत्तानासन, पादहस्तासन, अश्व संचालनासन, पर्वतासन, अष्टांगासन, भुजंगासन आदि।

 

5. चक्की चलासन

चक्की चलासन

योग में इस आसन को बेहद खास माना गया है, पुराने ज़माने में महिलाएं घर में ही चक्की चला कर सारा काम करती थीं और इससे उनका एक्सरसाइज़ भी हो जाया करता था।

विधि: इस आसन में व्यक्ति को नीचे बैठ कर चक्की की तरह अपने हाथों को जोड़ कर आगे की तरफ झुक कर, चक्की चलाने जैसी मुद्रा में आना है। इसे करने से पेट, कमर और कूल्हों की चर्बी कम होती है।

यह योगासन पेट को लचीला और मांसपेशियों को काफी मजबूत बनाता है। लेकिन जिन महिलाओं को हर्निया या कोई ऑपेरशन हुआ हो, उन्हें ये आसन नहीं करना चाहिए।

 

6. कपालभाति

कपालभाति

विधि: यह एक प्राणायाम है। इसके लिए पद्मासन या सुखासन में बैठ जाएं और अपने कमर, गर्दन, पीठ एवं रीढ़ की हड्डी को सीधा रखें। अब अपनी आंखों को बंद कर लें और पेट को ढीला छोड़ दें। नाक से सांस अंदर भरें और ज़ोर से सांस बाहर फेंकें ऐसा करते समय पेट को अंदर की तरफ खींचे। इस प्रक्रिया को दोहराएं।

 

7. उत्तानपादासन

उत्तानपादासन

विधि: यह आसान लेटकर किया जाता है। उत्तान का मतलब है ऊपर उठा हुआ और पाद का मतलब पैर। इस आसान को पीठ के बल लेट कर पैरों को ऊपर उठाया जाता है। इससे पेट की चर्बी कम करने में मदद मिलती है और कमर की मांसपेशियां भी मज़बूत होती हैं।

 

8. मलासन

मलासन

मलासन करने से पेट और कमर की मज़बूती बरक़रार रहती है और शरीर का वज़न कम होता है। इस आसन से कब्ज़ और गैस की समस्या से भी छुटकारा मिल जाता है।

विधि: इस आसन के लिए आपको मल त्याग मुद्रा में बैठें और हाथों को नमस्कार मुद्रा में रखें। फिर हाथों की कोहनियों को नमस्कार की मुद्रा में रखकर सांस लें और छोड़ें। जो नीचे नहीं बैठ पाते और जिनके घुटनों में दर्द है, वह विशेषज्ञ से सलाह लेकर ही यह करें तो अच्छा है.

 

9. पादहस्तासन

पादहस्तासन

यह पद यानी पैर और हस्त यानी हाथों के योग से बना हुआ है यह आसन ।

विधि: इस योग को करते समय हाथों को जमीन पर, पैरों के साथ सटा कर रखा जाता है। इसे करने से पेट पर दबाव बनता है और जमा चर्बी धीरे-धीरे कम होने लगती है।

 

10. अर्धचक्रासन

अर्धचक्रासन

विधि: अर्धचक्रासन का मतलब है आधा चक्र, यानी इसे करते हुए शरीर की मुद्रा आधे पहिये की तरह होनी चाहिए। इसे करने से पेट की चर्बी तो जाती ही है, जिनको मधुमेह की परेशानी हैं , उन्हें भी यह आसन करना चाहिए।