हमारे चेहरे की संरचना और हमारे चेहरे की बनावट को उभारने में आइब्रोज़ यानी हमारी भौंहों का बहुत महत्वपूर्ण योगदान होता है. इनकी वजह से हमारा चेहरा समान दिखता है और सुपरिभाषित भी दिखाई देता है. हर लड़की चाहती है कि उसकी आइब्रोज़ घनी और तराशी हुई दिखाई दें. लेकिन कई बार ऐसा होता है कि जब आप आइब्रोज़ को शेप देने के लिए पार्लर जाकर लौटती हैं तो आप संतुष्ट नहीं हो पातीं. क्या आपके साथ भी ऐसा होता है? यह इस वजह से हो सकता है कि आप नीचे दी गई पांच ग़लतियों में से कोई ग़लती कर रही हों. आइए जानें ये ग़लतियां क्या हैं और इनसे कैसे बचा जा सकता है...

 

ट्वीज़िंग

ट्वीज़िंग

आपकी आइब्रोज़ ट्वीज़िंग यानी उन्हें प्लकर की सहायता से उखाड़ने से होने वाले दर्द से डरती हैं इसलिए बेहतर होगा कि आप इससे बचें. घर पर ट्वीज़िंग करने से आपकी आइब्रो असमान तरीक़े से बढ़ने लगती हैं... और इसके अलावा आपकी सलून टेक्निशन को इस बात का सही अंदाज़ा नहीं मिल पाता कि वह आपकी आइब्रो को कैसा आकार दे, ताकि यह आपके चेहरे पर जंचे. अत: इस बार से अगली बार सलून जाने के बीच के अंतराल में आइब्रोज़ को प्लक करने के लालच से बचें. आपकी आइब्रोज़ के सही आकार के लिए यही बेहतर रहेगा.

 

रंग

रंग

आइब्रोज़ को भरने के लिए रंग का चुनाव उतना ही महत्वपूर्ण होता है, जितना कि आपकी रंगत के अनुसार हेयर कलर चुनना. आपको आइब्रोज़ में भरने के लिए अपने बालों के रंग या फिर उससे गहरे रंगों का चुनाव नहीं करना चाहिए. हमेशा आपकी आइब्रो का रंग आपके हेयर कलर के शेड से हल्का ही होना चाहिए. यह एक ऐसा मंत्र है, जिसका पालन आपको ज़रूर करना चाहिए.

 

ज़रूरत से ज़्यादा आकार देना

ज़रूरत से ज़्यादा आकार देना

आपके चेहरे को सही कटाव देने के लिए आइब्रोज़ का सही तरीक़े से परिभाषित किया जाना बहुत मायने रखता है. पर यदि आप अपनी आइब्रोज़ को ज़रूरत से ज़्यादा परिभाषित करने के चक्कर में या बिल्कुल एक जैसा और बिंदास दिखाने के लिए बनवाती हैं तो आइब्रोज़ की स्वाभाविक सुंदरता से दूर हो जाती हैं. इसे साधारण और नैसर्गिक रखें. कम परिभाषित करें और थोड़ी-बहुत असमानता रहने दें. दरअस्ल, इनका पूरी तरह एक जैसा न होना भी इन्हें ख़ूबसूरती देता है.

 

आइब्रोज़ के बीच सही दूरी

आइब्रोज़ के बीच सही दूरी

कई बार आप किसी से प्रभावित हो कर अपनी आइब्रोज़ के बीच की दूरी को बहुत ज़्यादा बढ़ा तो नहीं देतीं? क्योंकि इससे न सिर्फ़ आइब्रोज़ अप्राकृतिक-सी नज़र आने लगती हैं, बल्कि आपका माथा भी उससे कहीं ज़्यादा चौड़ा दिखाई देने लगता है, जितना कि वह वास्तव में है. अत: इसके लिए अपने सलून की टेक्निशन से बातचीत करें और सुनिश्चित करें कि आपकी आइब्रोज़ सही जगह से शुरू होती हों. अपने नाक के किनारे पर एक पेंसिल रखें, आपकी आइब्रोज़ वहां से शुरू होनी चाहिए, जहां से यह पेंसिल इस क्षेत्र को क्रॉस करती है.

 

मेकअप

मेकअप

फ़ाउंडेशन अप्लाइ करने के बाद और बाक़ी मेकअप अप्लाइ करने से पहले अपनी आइब्रोज़ को हाइलाइट करें. इससे इन्हें स्वाभाविक लुक मिलता है. इससे आपकी स्किन टोन और फ़ाउंडेशन के साथ आपकी आइब्रोज़ संतुलित भी नज़र आती हैं. और आपका संपूर्ण लुक निखर जाता है.