एक बार इंस्टाग्राम पर किसी ने कहा था, " फिल्टर अच्छे होते हैं, लेकिन हेल्दी स्किन सबसे बेस्ट होती है।” हमने हमेशा यह बात कही है कि आप जब अपनी स्किन की अच्छी देखभाल करते हैं तो आपकी स्किन अच्छी हो जाती है। खासतौर से, क्लींजिंग, टोनिंग और मॉइश्चराइज रूटीन को फॉलो करना जरूरी है, लेकिन यदि हेल्दी और ग्लोइंग स्किन चाहते हैं, तो आपको कुछ और भी करना होगा। जी हां, हम एक्सफोलिएशन की बात कर रहे हैं। एक्सफोलिशन नया कॉन्सेप्ट नहीं है, लेकिन काफी लोगों को यह जानकारी नहीं है कि इसे किस तरह से सही किया जाता है, इसलिए एक्सफोलिएशन के फायदों के बारे में जानना ज़रूरी है। हमने डर्मेटोलॉजिका इंडिया, हेड ऑफ एजुकेशन, हिना खान से बातचीत की है, उन्होंने स्किन को एक्सफोलिएट करने के सही तरीकों के बारे में विस्तार से बताया है।
- एक्सफोलिएशन क्या है और यह आपके लिए कैसे फायदेमंद है
- फेस को किस तरह से एक्सफोलिएट करें
- कुछ बातें जो ध्यान में रखनी ज़रूरी है
एक्सफोलिएशन क्या है और यह आपके लिए कैसे फायदेमंद है

हर थोड़े दिन में आपकी स्किन से डेड स्किन निकलती है, ताकि नई स्किन आ सके। यह डेड स्किन सेल्स आपकी स्किन की सतह पर रहती है, जिसकी वजह से स्किन के पोर्स बंद हो जाते हैं, ड्राई पैचेज़, व्हाइट फ्लेक्स और ब्रेक आउट्स नज़र आने लगते हैं।
ये सब आपकी स्किन पर न हों, इसके लिए जरूरी है कि आप अपनी स्किन को हफ्ते में दो से तीन बार जरूर एक्सफोलिएट करें। यह डेड स्किन सेल्स को हटाता है, स्किन को एकसमान व स्मूद बनाता है। यह पोर्स को खोलता है, कोलेजन प्रोडक्शन को बढ़ावा देता है और फाइन लाइंस को कम करता है।
फेस को किस तरह से एक्सफोलिएट करें

स्टेप बाय स्टेप
शुरुआत करने से पहले, बेस्ट तरीका है कि आप अपनी स्किन को रात के समय एक्सफोलिएट करें, ताकि सूर्य की रोशनी से स्किन की लेयर को नुकसान न हो और आपकी स्किन को फ्रेश लेयर मिले। आइए जानते हैं स्टेप बाय स्टेप कि एक्सफोलिएट कैसे करना है।
स्टेप 1: एक ऐसा एक्सफोलियेटर लें, जिसमें एब्रेसिव पार्टिकल्स न हों और जो स्किन पर बेहद जेंटल हो। हम इसके लिए आपको Dermalogica Daily Microfoliant इस्तेमाल करने की राय देते हैं। यह एक्सफोलियेटर आपकी स्किन के लिए काफी जेन्टल है और यह आपकी स्किन की सतह से सारी डेड सेल्स को हटाने की कोशिश करता है और उसे एक समान स्किन टोन देता है। इसमें मौजूद राइस ब्रेन एक्सट्रैक्ट, लिक्वो राइस, ग्रेप फ्रूट, पापेन एंजाइम और सैलिसैलिक एसिड स्किन को चमकदार बनाने और अतिरिक्त स्किन सेल्स को डिज़ोल्व करने में मदद करते हैं।
स्टेप 2: सबसे पहले अपनी स्किन को क्लीन कर लें और इसके बाद उंगलियों से धीरे-धीरे अपने चेहरे पर स्क्रब अप्लाई करें। कोशिश करें कि यह आंखों के नीचे के हिस्से में न लगे। हिना राय देती हैं कि एक्सफोलिएटिंग करने से पहले अपनी स्किन को अच्छी तरह से क्लीन कर लें, जिससे कि आपको बेस्ट रिजल्ट्स मिलें।
स्टेप 3: अब अपनी फिंगर टिप्स को थोड़ा गीला कर लें और अपने चेहरे पर चारों तरफ स्क्रब को सर्कुलर मोशन में मसाज कर लें। हिना सलाह देती हैं कि अगर आप रगड़-रगड़ कर स्क्रब करेंगी, तो इससे आपकी स्किन में जलन की परेशानी हो सकती हैं और साथ ही यह स्किन को और भी तरह से नुकसान पहुंचा सकती है।
स्टेप 4: एक बार जब यह तीन स्टेप पूरा कर लें, फिर अपने चेहरे को हल्के गुनगुने पानी से धो लें।
स्टेप 5: इसके बाद चेहरे पर अच्छी तरह से टोनर स्प्रे करें, यह आपके पोर्स को टाइट करती है, इसके बाद कोई लाइट वेट मॉइश्चराइजर लगा लें, ताकि चेहरे में अच्छी तरह से मॉइश्चर जा सके।
कुछ बातें जो ध्यान में रखनी ज़रूरी है

अपनी स्किन पर स्क्रबिंग करते हुए, हम सबसे बड़ी गलती यह करते हैं कि हम स्किन को ज़रूरत से ज्यादा एक्सफोलिएट कर लेते हैं, इससे हमारी स्किन में हाइपर सेंसटिविटी बढ़ जाती है, जिससे स्किन को सीरियस डैमेज भी होता है। हिना ने कुछ जरूरी बातें समझाई हैं, जिन्हें आपको स्किन को एक्सफोलिएट करते समय ध्यान रखना चाहिए
72 घंटे वाला रूल: इस बात का खास खयाल रखें कि अपनी स्किन पर आपने एक्सफोलिएट करने से पहले ब्लीचिंग या फिर फेस वैक्स, फेशियल ट्रीटमेंट या फिर थ्रेडिंग जैसी चीज़ें कम से कम 72 घंटे पहले हरगिज़ न लगाई हो, क्योंकि इस समय आपकी स्किन बहुत सेंसेटिव हो जाती है।
नाइट मैजिक: यह सबसे बेस्ट है कि स्किन को रात में एक्सफोलिएट किया जाए, क्योंकि यह आपकी स्किन को सूर्य की रौशनी से होने वाले डैमेज से बचाती है और स्किन पर एक फ्रेश लेयर को बरकरार रखती है, जो कि आपको एक्सफोलिएशन के बाद मिलती है।
अगर आपको स्किन में खुजली या जलन है तो एक्सफोलिएट न करें: अपनी स्किन में अगर आपको जलन, रेडनेस, खुजली या किसी भी तरह की सेंसेटिविटी, सन बर्न, एक्टिव एक्ने या ब्रोकन स्किन जैसी समस्या नजर आती है तो स्किन पर एक्सफोलिएट न करें। बेहतर है कि पहले स्किन को रिकवर हो जाने दें, फिर एक्सफोलिएट करें।
स्किन ट्रीटमेंट के बाद न करें: इस बात का खास खयाल रखें कि अगर आप किसी भी तरह का स्किन ट्रीटमेंट ले रही हैं, जैसे केमिकल पील्स, माइक्रोडर्माब्रेशन, लेज़र या कोई भी रिसरफेसिंग ट्रीटमेंट्स ले रही हैं तो तब तक एक्सफोलिएट न करें, जब तक कि आपकी स्किन पूरी तरह से हील न हो जाए और रिकवर न हो जाए। साथ ही अगर आपको कोई मेडिकली प्री सबस्क्राइब एक्सफोलिएट क्रीम या जेल लगाने को कहा गया है, तब भी स्क्रब नहीं करना चाहिए।
सन सेंसटिविटी
अगर आप किसी सनी बीच हॉलिडे पर गए हैं, तो एक्सफोलिएट करने में कम से कम सात दिनों का अंतर जरूर रखें, क्योंकि हो सकता है कि इससे आपकी स्किन डैमेज हो जाए और स्क्रबिंग करने से परेशानी और बढ़ जाए। इस बात का भी खयाल रखें कि अपनी स्किन को हानिकारक सूर्य की रौशनी से ज़रूर प्रोटेक्ट करें।
लेबल ज़रूर पढ़ें
हम इस बात को हमेशा इग्नोर कर देते हैं, लेकिन यह जरूरी है कि हम उन सारे प्रोडक्ट्स जिसका इस्तेमाल करते हैं, उनके लेबल को अच्छी तरह से पढ़ें और उसके निर्देश को फॉलो करें, यह एक्सफोलिएटिंग एक्सपीरियंस को बढ़ाता है।
Written by Suman Sharma on 5th Aug 2021