अगर आप मेरी तरह ही स्किनकेयर के दीवाने हैं तो, आप भी शायद अपने बाथरूम को विभिन्न स्किनकेयर के प्रोडक्ट से भर देते होंगे और वह बाथरूम कम, लेबोरेटरी अधिक नजर आता होगा। यह सच है कि स्किनकेयर उत्पादों को रखना आपकी पसंदीदा आदत हो सकती है, लेकिन यह जानना महत्वपूर्ण है कि ऐसी कौन-कौन सी चीज़ें हैं, जो एक साथ मिल जाए, तो अच्छा असर नहीं दिखाती। इन सबके बीच, एक स्किनकेयर कंपोनेंट है, जो सभी के लिए जादू की तरह काम करता है, और वह है विटामिन सी ।
यह एक शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट होता है, जो कि फ्री रेडिकल्स न्यूट्रलाइज़ करता है, डैमेज सेल्स को रिपेयर करता है। यह स्किन को रिजनरेशन प्रोसेज में मदद करता है, पिग्मेंटेशन को ठीक करता है, कोलेजन के प्रोडक्शन को बढ़ाता है और स्किन को हानिकारक पॉल्यूटेंट्स से बचाता है। लेकिन जब बात विटामिन सी के साथ किसी चीज़ के कॉम्बिनेशन की आती है, तो बहुत सोच-समझना चाहिए। यह सच है कि विटामिन सी शानदार तरीके से काम करता है, लेकिन अगर उसे सही तरीके से और सही मेल के साथ न कम्बाइन करके लगाया जाए, तो फिर स्किन प्रॉब्लम हो सकती है। तो आइये, जानें कुछ ऐसी चीजों के बारे में, जिसे हमें विटामिन सी के साथ मिक्स नहीं करके लगाना चाहिए या इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
- विटामिन सी के साथ बेंज़ोइल पेरोक्साइड
- विटामिन सी और रेटिनॉल
- विटामिन सी और साथ में एएचए /बीएचए
- विटामिन सी के साथ नियासिनामाइड
विटामिन सी के साथ बेंज़ोइल पेरोक्साइड

बेंज़ोइल पेरोक्साइड का उपयोग हल्के या थोड़े मध्यम आकार वाले मुँहासे के ट्रीटमेंट के लिए किया जाता है। यह न केवल मुँहासे पैदा करने वाले बैक्टीरिया को कम करता है, बल्कि आपकी स्किन को ड्राई और फ्लैकी (परतदार या पपड़ी )होने से भी रोकता है। विटामिन सी के साथ बेंजोइल पेरोक्साइड का कॉम्बिनेशन आपकी स्किन के लिए कोई अच्छा काम नहीं कर सकता है। दरअसल, बेंज़ोइल पेरोक्साइड के लिए आपकी स्किन का कोई भी ट्रीटमेंट करना खास संभव नहीं होता है, बल्कि यह विटामिन सी को ऑक्सीडाइज़ करता है और एक दूसरे के इफेक्ट्स को कम करने की ही कोशिश करता है ।
विटामिन सी और रेटिनॉल

रेटिनोइड्स में एंटी-एजिंग कंपाउंड्स होते हैं, जो फाइन लाइंस और झुर्रियों को कम करते हैं और कोलेजन के उत्पादन को बढ़ावा देने में मदद करते हैं। विटामिन सी के साथ रेटिनोल को मिलाकर लगाने से चेहरे में पीलिंग, रेडनेस और जलन की समस्या हो सकती है। संक्षेप में, आपकी स्किन की सेहत के लिए यह कॉम्बिनेशन एक डिजास्टर है। साथ ही आपके लिए यह भी जानना जरूरी है कि जब आप इन दो सामग्रियों का एक साथ उपयोग करते हैं, तो आपको यूवी डैमेज का बहुत अधिक खतरा होता है। इसलिए, जहां आपको विटामिन सी का उपयोग सुबह में करना चाहिए, रात में सोते समय के स्किन केयर यानी नाइट स्किन केयर के लिए रेटिनॉल एक बेहतरीन विकल्प है।
विटामिन सी और साथ में एएचए /बीएचए

अल्फा हाइड्रोक्सी एसिड (AHAs) और बीटा हाइड्रोक्सी एसिड (BHAs) केमिकल एक्सफोलिएंट हैं, जो आपकी स्किन की सेहत का खेल पूरी तरह बदल सकते हैं। एक तरफ ,जहां यह स्किन की सतह को रिन्यू करने में मदद करता है, वहीं बीएचए पोर्स में गहराई से जाता है और डेड सेल्स को हटा देता है साथ ही अतिरिक्त सीबम को भी। अल्फा हाइड्रॉक्सी, बीटा हाइड्रॉक्सी और विटामिन सी सभी एसिडिक तत्व हैं। इसलिए, जब आप विटामिन सी के साथ एएचए / बीएचए को साथ में मिलाते हैं, तो आप अपनी स्किन पर जलन महसूस करेंगे। इसलिए, ऐसा करने की बजाय आप सुबह में विटामिन सी का उपयोग करें और रात में एएचए / बीएचए का इस्तेमाल कर सकते हैं या हर रात एएचए / बीएचए और विटामिन सी के बीच में से किसी एक को विकल्प के रूप में चुन सकते हैं।
विटामिन सी के साथ नियासिनामाइड

नियासिनामाइड, जिसे विटामिन बी 3 के रूप में भी जाना जाता है, एक आवश्यक पोषक तत्व है, जो स्किन में प्रोटीन बनाने में मदद करता है, साथ ही असमान स्किन टोन का इलाज करता है, बढ़े हुए पोर्स के साइज या आकार को कम करता है, फाइन लाइंस और झुर्रियों को रोकता है और साथ ही स्किन को एक हेल्दी ग्लो भी देता है । हालांकि, जब आप विटामिन सी के साथ नियासिनामाइड मिलाते हैं, तो वे केमिकल रूप से एक दूसरे के साथ अप्रभावशाली हो जाते हैं । नियासिनामाइड, विटामिन सी के सभी अच्छे गुणों को ले लेता है और इसे एक ऐसे पदार्थ में बदलता है, जिससे आपकी स्किन में रेडनेस और एक्ने की समस्या हो सकती है।
Written by Suman Sharma on 14th May 2021